Coronavirus Lockdown: 450 KM पैदल चलकर ड्यूटी ज्वाइन किया कांस्टेबल, पुलिस ने किया ऐसे सम्मानित..

कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए जारी देशव्यापी लॉकडाउन के बीच मध्यप्रदेश के एक पुलिस कांस्टेबल ने अपनी ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए उत्तर प्रदेश के अपने गृह जिला इटावा से मध्य प्रदेश के राजगढ़ तक करीब 450 किलोमीटर की यात्रा की. इस दौरान कभी वह पैदल चला, तो कभी लोगों से मोटरसाइकिल पर लिफ्ट ली.

By Mohan Singh | March 30, 2020 3:34 PM
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भोपाल : कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए जारी देशव्यापी लॉकडाउन के बीच मध्यप्रदेश के एक पुलिस कांस्टेबल ने अपनी ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए उत्तर प्रदेश के अपने गृह जिला इटावा से मध्य प्रदेश के राजगढ़ तक करीब 450 किलोमीटर की यात्रा की. इस दौरान कभी वह पैदल चला, तो कभी लोगों से मोटरसाइकिल पर लिफ्ट ली.

कांस्टेबल दिग्विजय शर्मा (22) ने सोमवार को पीटीआई-भाषा को बताया, ”मैं इटावा में अपनी स्नातक की परीक्षा (बैचलर ऑफ आर्ट्स) देने के लिए 16 मार्च से 23 मार्च तक छुट्टी पर था जो बंद होने के कारण स्थगित हो गयी. उन्होंने आगे कहा, “मैंने अपने अधिकारी एवं पुलिस स्टेशन पचौर के प्रभारी निरीक्षक से फोन पर संपर्क किया और उनसे कहा कि मैं इस मुसीबत के समय में अपनी ड्यूटी में शामिल होना चाहता हूं.

उन्होंने परिवहन सुविधा उपलब्ध न होने के कारण मुझे घर में रहने की सलाह दी . मेरे परिवार ने भी यही सलाह दी लेकिन मैं खुद को नहीं रोक सका . उन्होंने कहा, “मैंने 25 मार्च की सुबह इटावा से पैदल ही राजगढ़ की यात्रा शुरू की. मैं इस दौरान करीब 20 घंटे तक चला जिसमें मैंने मोटरसाइकिल पर सवार लोगों से लिफ्ट भी ली और 28 मार्च की रात राजगढ़ पहुंच गया .

उन्होंने कहा, “मैंने अपने अधिकारी के साथ जिले में अपनी एंट्री दर्ज कराई . उन्होंने कहा, ”मेरी इस यात्रा के दौरान सामाजिक संगठनों ने मुझे भोजन प्रदान किया. एक दिन मुझे खाने के लिए कुछ नहीं मिला .

एक जून, 2018 को मध्य प्रदेश पुलिस में भर्ती हुए शर्मा ने कहा, ”मेरे बॉस ने मुझे घर पर आराम करने के लिए कहा क्योंकि मेरे पैरों में सूजन हो गयी है. कांस्टेबल ने कहा, ”मैं जल्द ही अपनी ड्यूटी ज्वाइन करूंगा.

राजगढ़ जिले के पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने कहा ‘‘ कांस्टेबल दिग्विजय शर्मा को मुसीबत के समय पर काम करने की प्रतिबद्धता और समर्पण के लिए प्रशंसा पत्र दिया गया है. उन्होंने आगे कहा, ‘‘मैं मध्यप्रदेश के पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर इस कांस्टेबल को प्रशंसा पत्र देने का अनुरोध भी कर रहा हूं

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