पुलिस छापेमारी में मध्यप्रदेश के श्योपुर में मिले 22 जमातियों के मरकज कनेक्शन की चल रही जांच

police investigation markaz connection of 22 jamaties found in shyopur of madhya pradesh भोपाल : दिल्ली की मरकज बिल्डिंग में करीब दो हजार लोगों के एक साथ मिलने और उनमें करीब 150 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाये जाने के बाद देश भर में मचे हड़कंप ने मध्यप्रदेश पुलिस को भी हरकत में ला दिया. जांच के दौरान पुलिस को मध्यप्रदेश के श्योपुर में 11 बांग्लादेशी समेत 22 जमाती मिले. इन्हें बगवाज गांव से एक छापामार कार्रवाई के बाद क्वारेंटाइन करने के लिए एक हॉस्टल में पहुंचा दिया गया है.

By Mithilesh Jha | April 2, 2020 10:51 AM
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भोपाल : दिल्ली की मरकज बिल्डिंग में करीब दो हजार लोगों के एक साथ मिलने और उनमें करीब 150 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाये जाने के बाद देश भर में मचे हड़कंप ने मध्यप्रदेश पुलिस को भी हरकत में ला दिया. जांच के दौरान पुलिस को मध्यप्रदेश के श्योपुर में 11 बांग्लादेशी समेत 22 जमाती मिले. इन्हें बगवाज गांव से एक छापामार कार्रवाई के बाद क्वारेंटाइन करने के लिए एक हॉस्टल में पहुंचा दिया गया है.

प्रशासन की ओर से क्वारेंटाइन सेंटर में लाये गये इन 22 जमातियों में से 11 बांग्लादेशी नागरिक हैं. बाकी 11 लोग आंध्रप्रदेश के रहने वाले हैं. हालांकि, शुरुआती जांच में इन जमातियों का दिल्ली के मरकज से कनेक्शन नहीं मिला है, लेकिन सावधानी के तौर पर सभी जमातियों की स्क्रीनिंग करायी गयी और शुरुआती तौर पर उनमें से किसी में भी कोरोना वायरस के संक्रमण के लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं.

पुलिस और प्रशासन को सूचना मिली थी कि करीब एक महीने पहले से कुछ जमाती श्योपुर शहर में रह रहे हैं. इसके बाद पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम ने बगवाज गांव के अलग-अलग ठिकानों से 22 जमातियों को अपने कब्जे में लिया. इन सभी जमातियों को ढेंगदा में स्थित एक हॉस्टल में बनाये गये क्वारेंटीन सेंटर लाया गया. यहीं सभी लोगों से पूछताछ की जा रही है.

पुलिस और प्रशासन की टीम ने इन सभी के स्वास्थ्य की भी जांच करायी. प्रशासन द्वारा पकड़े गये जमातियों में बांग्लादेश के 5 पुरुष और 5 महिलाएं और 1 ट्रांसलेटर (दुभाषिया) है. वहीं, 11 लोग आंध्रप्रदेश के निवासी हैं, जो बता रहे हैं कि धार्मिक प्रचार प्रसार के लिए श्योपुर आये थे.

प्रशासन ने सावधानी के लिए सभी को क्वारेंटाइन यानी पृथक कर दिया है. साथ ही प्रशासन इनकी हिस्ट्री और पासपोर्ट आदि की बारीकी से जांच कर रहा है, ताकि आगे की कार्रवाई हो सके. यहां बताना प्रासंगिक होगा कि दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात में भारी संख्या में कोरोना से संक्रमित मरीजों के मिलने के बाद प्रशासन अलर्ट हो गया. इसके बाद से ही पूरे प्रदेश भर में जमातियों की तलाश शुरू हो गयी.

ज्ञात हो कि दिल्ली सरकार का कहना है बुधवार (1 अप्रैल, 2020) तक कुल 152 कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों में 53 का कनेक्शन तबलीगी जमात से है. जमात के जलसे में करीब 6,000 लोग शामिल हुए थे. कई प्रदेशों में जमात में शामिल लोग कोरोना पॉजिटिव निकले हैं.

तबलीगी जमात में शामिल होकर लोग मरकज से देश के अलग-अलग राज्यों में गये. बुधवार तक दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, ओड़िशा, तेलंगाना, तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल, असम, मेघालय, अंडमान निकोबार द्वीप समूह समेत तमाम राज्य सरकारों ने जलसे में शामिल करीब 5 हजार जमातियों को ढूंढ़ निकाला है.

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