इंदौर : मध्य प्रदेश में कोरोनावायरस संक्रमण (Coronavirus pandemic) के इलाज के लिए कई प्राइवेट अस्पताल मनमाना पैसा वसूल रहे हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) के पास भी इस बात की शिकायत पहुंची है. इस बात को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने जल्द ही कोरोना के इलाज के लिए शुल्कों के निर्धारण की बात कही है. उन्होंने कहा कि सरकार प्राइवेट अस्पतालों की मनमानी पर लगाम लगाने के लिए महामारी के इलाज के लिए शुल्क का निर्धारण करेगी.
मुख्यमंत्री शिवराज ने पत्रकारों को बताया कि मुझे कई लोगों से इस बात की शिकायत मिली है कि प्राइवेट अस्पताल कोविड-19 के इलाज के लिए मनमाना पैसा वसूल रहे हैं. इससे निपटने के लिए राज्य सरकार जल्द ही इलाज की दरें तय करेगी. उन्होंने कहा कि इस महामारी से निपटने के लिए राज्य सरकार अस्पताल में बेड की संख्या भी बढ़ा रही है.
शिवराज ने कहा कि हमारे पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है और इसका असर मध्य प्रदेश पर भी देखने को मिल रहा है. हालांकि मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि वह राज्य में लंबी लॉकडाउन के पक्ष में नहीं हैं. फिर भी एहतिहातन जो भी कड़े कदम उठाने पड़ेंगे, राज्य सरकार उठायेगी. उन्होंने राज्य के लोगों से मास्क लगाने की अपील की और कहा कि जो मास्क नहीं लगाता वह अपराधी है.
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बता दें कि मध्य प्रदेश के देश का 11वां वैसा राज्य बन गया है, जहां कोरोना संक्रमण के मामले सबसे ज्यादा हैं. पहले नंबर पर महाराष्ट्र है. पिछले 24 घंटे में मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 3,722 नये मामले देखने को मिल. वहीं इस वायरस के संक्रमण के एक दिन में 18 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. जबकि पिछले 24 घंटे में 2,203 लोगों ने कोरोना संक्रमण को मात भी दी है.
आज आये आंकड़ों को मिलाकर राज्य में एक्टिव मामलों की संख्या 24,155 हो गयी है. एमपी में अब तक 3,13,971 लोग कोरोनावायरस से संक्रमित हो चुके है. वहीं, अब तक 2,85,743 लोग इस संक्रमण से ठीक भी हो गये हैं. इस वायरस के संक्रमण से अब तक 4 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. मुख्यमंत्री राज्य में कोरोना की स्थिति की समीक्षा के लिए हाई लेवल मीटिंग कर रहे हैं.
Posted By: Amlesh nandan.