भोपाल : मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री पद से कमलनाथ के इस्तीफे के बाद शुक्रवार दोपहर विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी. इससे पहले गुरुवार को उच्चतम न्यायालय ने विधानसभा अध्यक्ष को शुक्रवार शाम पांच बजे तक कमलनाथ सरकार का फ्लोर टेस्ट कराने का निर्देश दिया था.
इसके तहत दोपहर दो बजे फ्लोर टेस्ट कराने के लिए विधानसभा की कार्यसूची जारी की गयी. लेकिन फ्लोर टेस्ट के लगभग एक घंटा पहले ही मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपना त्यागपत्र राज्यपाल को सौंप दिया. उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर विधानसभा सचिवालय द्वारा जारी की गयी कार्यसूची के अनुसार सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे शुरू हुई. सदन में इस दौरान केवल भाजपा के विधायक उपस्थित हुए.
सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद अध्यक्ष ने एजेंडा पढ़ते हुए कहा कि उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर सदन की यह बैठक की जा रही है. उन्होंने कहा कि चूंकि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने फ्लोर टेस्ट के पहले ही त्यागपत्र दे दिया है इसलिए सदन में अब फ्लोर टेस्ट कराने की कोई जरूरत नहीं है. इसके बाद उन्होंने विधानसभा की कार्यवाही को अनिश्चित काल के लिए स्थगित करने की घोषणा की.
कांग्रेस विधायक सदन की इस बैठक में उपस्थित नहीं हुए. मध्यप्रदेश कांग्रेस के 22 बागी विधायकों के त्यागपत्र अध्यक्ष द्वारा स्वीकार करने के बाद कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार अल्पमत में आ गयी. प्रारंभ में अध्यक्ष ने छह विधायकों की इस्तीफे स्वीकार किये थे इसके बाद गुरुवार रात को शेष 16 विधायकों के इस्तीफे भी मंजूर कर लिये गये.