MP Polls 2023 : ‘नहीं करूंगा सौदा, कुर्सी जाती है तो जाए..’, कमलनाथ ने बताया 2020 में कैसे गिरी उनकी सरकार
MP Election 2020 : कमलनाथ ने दावा किया कि उन्होंने किसी के साथ सौदा नहीं किया हालांकि इसके बदले उन्हें कुर्सी तक गंवानी पड़ी. चुनावी सभा में कमलनाथ ने यह भी दावा किया कि कई विधायक लगातार उनसे मिलते थे और बताते थे उन्हें करोड़ों रुपये की पेशकश की जा रही है.
MP Election 2023 : मध्य प्रदेश में राजनीतिक दल जोर शोर से चुनाव प्रचार कर रहे हैं. विभिन्न पार्टियों के नेता रैली कर ज्यादा से ज्यादा लोगों को रिझाने में लगे हैं. इसी कड़ी में मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ ने नर्मदापुरम में एक चुनावी रैली की. रैली में उन्होंने बताया कि साल 2020 में कैसे उनकी सरकार गिरी और बीजेपी सत्ता पर काबिज हो गई. कमलनाथ ने कहा कि “मेरे सीएम बनने के तुरंत बाद, एक सौदा हुआ. उन्होंने कहा कि एक सीएम होने के नाते मैं भी एक सौदा कर सकता था. विधायक मेरे पास आते थे और कहते थे कि उन्हें इतने करोड़ रुपये की पेशकश की जा रही है. लेकिन मैंने कहा कि मैं किसी के साथ सौदा नहीं करूंगा. कुर्सी जाती है तो जाए.”
कमलनाथ ने दावा किया कि उन्होंने किसी के साथ सौदा नहीं किया हालांकि इसके बदले उन्हें कुर्सी तक गंवानी पड़ी. सभा में कमलनाथ ने यह भी दावा किया कि कई विधायक लगातार उनसे मिलते थे और बताते थे उन्हें करोड़ों रुपये की पेशकश की जा रही है. कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने इससे इनकार कर दिया. बता दे मध्यप्रदेश से साल 2020 में कांग्रेस की सरकार गिर गई थी, इसके बाद बीजेपी ने सरकार का गठन किया.
#WATCH | On toppling of his govt in 2020, former CM and Madhya Pradesh Congress chief Kamal Nath during an election rally in Narmadapuram says, "Soon after I became the CM, a deal was struck. Being a CM, even I could have made a deal. MLAs used to come to me and say that they… pic.twitter.com/q44f1DHQoI
— ANI (@ANI) November 13, 2023
2020 में गिर गई थी कांग्रेस की सरकार
गौरतलब है कि साल 2020 में 230 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस ने 114 सीटें जीतकर प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी का दर्जा हासिल किया था. वहीं, बीजेपी को 109 सीटें मिली थी. हालांकि कांग्रेस ने बसपा, सपा और कुछ निर्दलीय विधायकों के साथ गठजोड़ कर सरकार का गठन कर लिया था, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत और 22 कांग्रेस विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल होने के बाद प्रदेश की कांग्रेस सरकार गिर गई. इसके बाद सीएम कमलनाथ को भी इस्तीफा देना पड़ा. फिर प्रदेश में बीजेपी ने सरकार बनाई और बतौर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पद की शपथ ली.
अच्छे अभिनेता हैं शिवराज सिंह चौहान- कमलनाथ
अब प्रदेश में एक बार फिर चुनाव हो रहा है. सियासी दल खासकर बीजेपी और कांग्रेस पूरा दमखम के साथ प्रचार अभियान में जुटी हैं. आरोप प्रत्यारोप का भी दौर जारी है. इसी कड़ी में पूर्व सीएम और मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने मौजूदा सरकार पर जमकर हमला किया. कमलनाथ ने रविवार को एक सभा में दावा किया कि 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद लोग मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को विदाई दे देंगे. इस दौरान उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि लेकिन चौहान बेरोजगार नहीं होंगे क्योंकि वह एक अच्छे अभिनेता हैं.