इंदौर (मध्यप्रदेश) : कोराना वायरस संक्रमित व्यक्ति समेत दो मरीज शनिवार देर रात यहां स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को चकमा देकर एक सरकारी अस्पताल से भाग निकले. इस घटना को लेकर मचे हड़कंप के बाद दोनों मरीजों को पुलिस की मदद से पकड़कर रविवार को दोबारा अस्पताल में भर्ती करा दिया गया.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रवीण जड़िया ने बताया कि मनोरमा राजे टीबी चिकित्सालय के पृथक वॉर्ड से भागने वाले मरीजों में से एक व्यक्ति कोरोना वायरस संक्रमित पाया गया है, जबकि दूसरे को इस महामारी के संदेह में भर्ती किया गया था.
जड़िया ने बताया, ‘दोनों पुरुष मरीज टहलने के नाम पर वॉर्ड से बाहर निकले और अस्पताल से भाग गये. इसकी जानकारी मिलने पर हमने अपने दलों को फौरन इनके पतों पर भेजा, लेकिन वे वहां नहीं मिले.’ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि खोज अभियान के दौरान दोनों मरीज अपने रिश्तेदारों के घर मिले. पुलिस की मदद से इन्हें वहां से पकड़कर दोबारा अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है.
उन्होंने बताया, ‘अस्पताल से भागने के बाद दोनों मरीज जिन लोगों से मिले थे, उनके नमूने लेकर कोरोना वायरस संक्रमण की जांच करायी जा रही है.’ इंदौर, राज्य में कोरोना वायरस के प्रकोप से सबसे ज्यादा प्रभावित शहर है. अब तक मिली रिपोर्ट के मुताबिक, इंदौर के 20 मरीजों में इस महामारी की पुष्टि हुई है. इनमें शामिल 65 वर्षीय पुरुष की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है.
भोपाल : कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर मध्यप्रदेश बोर्ड की शैक्षणिक वर्ष 2019-2020 की 10वीं एवं 12वीं कक्षा की परीक्षा को छोड़कर शेष कक्षाओं के छात्रों को बिना परीक्षा दिये अगली कक्षा में भेज दिया जायेगा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में प्रदेश में कोरोना की स्थिति तथा इसके मद्देनजर की जा रही व्यवस्थाओं की शनिवार देर रात को समीक्षा करते हुए अधिकारियों को यह निर्देश दिये हैं.
मध्यप्रदेश जनसंपर्क विभाग के एक अधिकारी ने रविवार को बताया, ‘मध्यप्रदेश बोर्ड की 10वीं एवं 12वीं कक्षा की परीक्षा आगे बढ़ायी जायेंगी, जबकि शेष कक्षाओं में जनरल प्रमोशन दिया जायेगा.’ उन्होंने कहा कि इसके अलावा, सरकार ने संपत्ति कर, वृत्ति कर, किसान क्रेडिट कार्ड भुगतान तथा स्कूल कॉलेजों की फीस भरने की तिथि भी 30 अप्रैल तक बढ़ायी है. कलेक्टर दिशा-निर्देश की तारीख 30 मार्च की बजाय 30 अप्रैल की गयी है.