मुंबई में 105 बस कर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित, ‘बेस्ट’ ने इसी महीने शुरू की थी सेवाएं

पुणे : मुंबई में इस माह की शुरुआत में बेस्ट बसों में तैनात किये गये एमएसआरटीसी (MSRTC) के सांगली प्रभाग के कम से कम 105 बस चालक एवं परिचालक सांगली लौटने के बाद कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित पाये गये हैं. बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति एवं परिवहन (BEST) ने महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में यात्रियों की परेशानियां कम करने के लिए महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) की बसों, बस चालकों एवं परिचालकों की सेवाएं ली थीं.

By Agency | October 27, 2020 2:57 PM

पुणे : मुंबई में इस माह की शुरुआत में बेस्ट बसों में तैनात किये गये एमएसआरटीसी (MSRTC) के सांगली प्रभाग के कम से कम 105 बस चालक एवं परिचालक सांगली लौटने के बाद कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित पाये गये हैं. बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति एवं परिवहन (BEST) ने महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में यात्रियों की परेशानियां कम करने के लिए महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) की बसों, बस चालकों एवं परिचालकों की सेवाएं ली थीं.

अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में एमएसआरटीसी के सांगली प्रभाग से करीब 400 बस चालकों एवं परिचालकों और 100 बसों को मुंबई भेजा गया था. एमएसआरटीसी के सांगली प्रभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘इन 400 कर्मियों में से 105 बस चालक एवं परिचालक कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये हैं. इन सभी कर्मियों के अक्टूबर में लौटने के बाद उनकी एंटीजन जांच की गई थी.’

बस कर्मियों ने लगाया यह आरोप

अधिकारियों ने बताया कि संक्रमित पाये गये कर्मियों को सांगली में विभिन्न कोविड-19 केंद्रों में भेजा गया है. कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये एक बस चालक ने कहा, ‘दो दिन तक हमें सड़क पर ही सोना पड़ा, क्योंकि डिपो में विश्राम गृह नहीं थे.’

Also Read: Coronavirus Death in India: महाराष्ट्र में कोरोना से 43,152, लोगों की हुई मौत, जानें अन्य राज्यों का हाल

उसने अपना नाम गोपनीय रखने की शर्त पर कहा, ‘हमारे कुछ चालकों एवं परिचालकों को ठंड लग गई थी और बुखार हो गया था, लेकिन उन्हें घर लौटने की अनुमति नहीं दी गई. हमारे शिकायत करने के बाद गोरेगांव में हमारे ठहरने का प्रबंध किया गया.’

सांगली के प्रभागीय परिवहन अधीक्षक आलम देसाई ने बताया कि कुछ चालकों एवं परिचालकों को मुंबई में आने के बाद केवल पहले दिन कुछ दिक्कतें हुई थीं, लेकिन दूसरे दिन उनके रहने का प्रबंध कर दिया गया था.

Posted by: Amlesh Nandan.

Next Article

Exit mobile version