Baba Siddique Murder Case: एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी हत्या मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्हें रविवार को एस्प्लेनेड कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने एक आरोपी जिसकी पहचान गुरमेल सिंह के रूप में हुई है, उसे 7 दिनों के लिए पुलिस कस्टडी में भेज दिया, जबकि दूसरे आरोपी जिसकी पहचान धर्मराज कश्यप के रूप में हुई है, उसे पुलिस हिरासत में नहीं भेजा गया. उसकी टेस्ट कराई जाएगी, तब हिरासत को लेकर फैसला लिया जाएगा. दूसरे आरोपी ने खुद को नाबालिग बताया है. तीसरे आरोपी शिवा गौतम और चौथे की तलाश जारी है. कोर्ट में पेशी से पहले गिरफ्तार दोनों आरोपियों को मेडिकल के लिए गोकुलदास तेजपाल (जीटी) अस्पताल ले जाया गया था. एक आरोपी हरियाणा और दूसरा उत्तर प्रदेश का रहने वाला है.
खुद को नाबालिग बताने वाले आरोपी को कोर्ट ने पुलिस हिरासत में नहीं भेजा
कोर्ट में पेशी के बाद एक आरोपी धर्मराज कश्यप को पुलिस हिरासत में नहीं दिया गया. कोर्ट ने दूसरे आरोपी को ऑसिफिकेशन टेस्ट कराने के बाद फिर से पेश करने का निर्देश दिया है. ऑसिफिकेशन टेस्ट एक मेडिकल प्रक्रिया है जो किसी व्यक्ति की हड्डियों के फ्यूजन की डिग्री का विश्लेषण करके उसकी उम्र का अनुमान लगाती है. यह उम्र निर्धारित करने का एक लोकप्रिय तरीका है.
सीएम शिंदे बोले- फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा केस, हत्यारों के लिए करेंगे फांसी की मांग
एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, फास्ट ट्रैक कोर्ट में आरोपियों के खिलाफ केस चलेगा. उन्होंने कहा, दोषी चाहे जो भी हो उसे जरूर सचा दी जाएगी. शिंदे ने कहा, मैं आरोपियों के लिए फांसी की मांग करेंगे.
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उद्धव ठाकरे ने शिंदे सरकार पर बोला हमला, आरोपियों की गिरफ्तारी पर भी उठाया सवाल
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, चाहे बाबा सिद्दीकी की हत्या के आरोपियों की गिरफ्तारी हो या अक्षय शिंदे (बलात्कार के आरोपी) का एनकाउंटर. इस सरकार के हर काम पर संदेह जताया जा रहा है और यह अच्छी बात नहीं है. हमें नहीं पता कि गिरफ्तार किए गए आरोपी कौन हैं। वे (महाराष्ट्र सरकार) हमारी गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं, लेकिन अपराधियों पर नजर नहीं रख रहे हैं.
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बाबा सिद्दीकी की हत्या के पीछे जो भी है उसका पर्दाफाश होना चाहिए : रावत
कांग्रेस नेता हरीश रावत ने NCP नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या पर कहा, यह बहुत दुखद है. बाबा सिद्दीकी राजनीतिक कारणों से कई लोगों के निशाने पर थे, वह बहुत प्रभावशाली नेता थे. मुझे इससे गहरा दुख हुआ है. जो भी इसके पीछे है, उसका पर्दाफाश होना चाहिए.
असदुद्दीन ओवैसी बोले- महारासष्ट्र में जंगलराज
NCP नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, इससे एक बात साफ जाहिर होती है कि महाराष्ट्र और मुंबई जो भारत की आर्थिक राजधानी है, वहां पर जंगलराज चल रहा है. मुंबई पुलिस जो पूरे भारत में मशहूर है, उसके रहते वहां पर इस तरह की हत्याएं हो रही हैं. इससे यह स्पष्ट है कि वहां की शिंदे-फडणवीस की सरकार के पास कोई राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं है. वह पुलिस को काम करने नहीं दे रहे हैं और तीसरा कि उन्हें केवल चुनाव की फिक्र है. महाराष्ट्र और मुंबई की आम जनता की सुरक्षा की उन्हें कोई चिंता नहीं है. यह बहुत ही दर्दनाक, अफसोसजनक और शिंदे-फडणवीस सरकार की नाकामी बताने वाली घटना है… बाबा सिद्दीकी ने लिखकर भी दिया था कि उन्हें धमकियां मिल रही हैं लेकिन इसके बाद भी उन्हें अच्छी सुरक्षा नहीं दी गई.
शिवसेना (UBT) नेता ने शिंदे और फडणवीस से मांगा इस्तीफा
शिवसेना (UBT) नेता आनंद दुबे ने NCP नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या पर कहा, “ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, बाबा सिद्दीकी सिर्फ मंत्री नहीं थे, वो जाने-माने व्यक्ति थे. वो Y+ सुरक्षा घेरे में थे, अगर Y+ सुरक्षा घेरे में रहने वाले, सरकार में शामिल व्यक्ति के साथ ऐसी घटना हो रही है तो ये दिखाता है कि महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है, ये महाराष्ट्र की महायुति सरकार की विफलता है, मुख्यमंत्री की विफलता है, खुफिया विभाग की विफलता है. मुख्यमंत्री और गृह मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए, उन्हें अपने पद पर बैठने का नैतिक अधिकार नहीं है. जब से गैरजिम्मेदार महायुति सरकार सत्ता में आई है, तब से ऐसी घटनाएं हो रही हैं, कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है… इस सरकार को बर्खास्त किया जाना चाहिए, राज्यपाल, राष्ट्रपति को हस्तक्षेप करना चाहिए और जल्द से जल्द चुनाव होने चाहिए.
नाना पटोले ने बाबा सिद्दीकि हत्याकांड पर उठाया सवाल
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने NCP नेता बाबा सिद्दीकि हत्याकांड पर कहा, महाराष्ट्र की कानून व्यवस्था पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है और उसी का परिणाम है कि वहां पर सत्ता पक्ष के नेता भी सुरक्षित नहीं हैं. महाराष्ट्र की स्थिति क्या है यह अब सबको पता चल गया है. कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने NCP नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या पर कहा, क्या यह जबरन वसूली हत्या है? उन्हें जान से मारने की धमकियां मिली थीं या नहीं? अगर मिली थी तो उन्हें उचित सुरक्षा क्यों नहीं दी गई? यह बहुत गंभीर मामला है. यहां किस तरह की कानून व्यवस्था है? कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है.