जब CM एकनाथ शिंदे के ड्राइवर बने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस! समृद्धि एक्सप्रेस वे का लिया जायजा
Maharashtra News: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने समृद्धि एक्सप्रेस वे का जायजा लिया. समृद्धि एक्सप्रेस वे पर डिप्टी सीएम देवेंद्र फडनवीस ने खुद ड्राइव किया. इस दौरान महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे उनके बगल में बैठे थे.
Maharashtra News: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज यानी रविवार को समृद्धि एक्सप्रेस वे का जायजा लिया. महाराष्ट्र के सीएम और डिप्टी सीएम ने टेस्ट ड्राइव कर सड़क की गुणवत्ता देखी. गौरतलब है कि समृद्धि एक्सप्रेस वे बनकर तैयार हो गया है. 11 दिसंबर को पीएम मोदी इस महामार्ग का उद्घाटन करेंगे.
सीएम और डिप्टी सीएम ने किया टेस्ट ड्राइव: समृद्धि एक्सप्रेस वे नागपुर से शिरडी तक 500 किलोमीटर की दूरी की सड़क का पीएम मोदी उद्घाटन करेंगे. दरअसल यह हिस्सा पूरा हो गया है वहीं,बाकी बचे हुए हिस्से का निर्माण अगले छह महीने में पूरा किया जाएगा. इसी कड़ी में उद्धघाटन से पहले सीएम सिंदे और डिप्टी सीएम फडनवीस ने खुद गाड़ी चलाकर सड़क का निरीक्षण किया.
सीएम शिंदे ने जारी किया वीडियो: रविवार को महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने अपने ट्विटर हैंडल पर टेस्ट ड्राइव का एक वीडियो साझा किया है. टेस्ट ड्राइव में देवेंद्र फडणवीस आगे की ड्राइविंग सीट पर बैठे हैं. वहीं, उनके बगल में महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे बैठे है. देवेंद्र फडणवीस ने खुद गाड़ी चलाई.
हिंदुहृदयसम्राट बाळासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धी महामार्ग प्रकल्पाचे लोकार्पण येत्या ११ डिसेंबर रोजी @PMOIndia @narendramodi जी यांच्या शुभहस्ते होणार आहे.तत्पूर्वी मी आणि उपमुख्यमंत्री @Dev_Fadnavis यांनी मिळून #नागपूर ते #शिर्डी दरम्यान महामार्गाच्या कामाचा आज आढावा घेतला. pic.twitter.com/2JEqhwv2u0
— Eknath Shinde – एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) December 4, 2022
लोगों को होगा परियोजना का सीधा लाभ: समृद्धि एक्सप्रेस वे को लेकर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि इस परियोजना से विदर्भ क्षेत्र समेत राज्य के अन्य कई हिस्सों के विकास में मदद मिलेगी. इससे लोगों को भी काफी सहूलियत मिलेगी. उन्होंने कहा कि इस परियोजना से कई जिलों के लोगों को फायदा होगा. गौरतलब है कि समृद्धि एक्सप्रेस वे को 49 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा की लागत से बनाया गया है. यह मार्ग 11 जिलों के करीब 400 गांवों से होकर गुजरता है.