कोरोना मरीजों की मदद के लिए शख्स ने बेच दी SUV कार
coronavirus Blast in Maharashtra, man sold SUV car to help corona patients : महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना से हालात ऐसे हो गये हैं कि वहां के अस्पतालों में ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की भी कमी हो गयी है. वैसे में इस महामारी के खिलाफ युद्ध में कई लोग फरिश्ते बनकर सामने आ रहे हैं. उसी कड़ी में मुंबई मलाड के रहने वाले शख्स ने कोरोना मरीजों की मदद के लिए ऐसा काम कर दिया है कि अब उसकी चर्चा मीडिया में जोरशोर से हो रही है.
मुंबई : देश में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है. अब तक 4 लाख से अधिक लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं और 14 हजार से अधिक लोगों की मौत भी हो चुकी है. देश में कोरोना से सबसे खराब हालत महाराष्ट्र की. महाराष्ट्र में अब तक 135796 लोग COVID-19 से संक्रमित हो चुके हैं और 6 हजार से अधिक लोगों की मौत हो गयी है.
महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना से हालात ऐसे हो गये हैं कि वहां के अस्पतालों में ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की भी कमी हो गयी है. वैसे में इस महामारी के खिलाफ युद्ध में कई लोग फरिश्ते बनकर सामने आ रहे हैं. उसी कड़ी में मुंबई मलाड के रहने वाले शख्स ने कोरोना मरीजों की मदद के लिए ऐसा काम कर दिया है कि अब उसकी चर्चा मीडिया में जोरशोर से हो रही है.
मुंबई मिरर की खबर के अनुसार मुंबई मलाड के रहने वाले 31 साल के शख्स शाहनवाज शेख ने कोरोना मरीज की मदद के लिए अपनी SUV कार बेच दी और 250 परिवार की मदद कर रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उस शख्स ने अपनी एसयूवी कार बेच कर 250 परिवार को ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया करा रहे हैं. बताया जा रहा है शख्स ने कोरोना संकट के दौरान अपनी कार को मेकिशिफ्ट एंबुलेंस में बदल दिया.
खबर के अनुसार शख्स ने कार बेचने की योजना तब बनायी जब, उसके बिजनेस पार्टनर की बहन की कोरोना संक्रमण से मौत हो गयी थी. वो प्रेग्नेंट थी और अस्पताल में बेड नहीं मिल पाने के कारण समय पर भर्ती नहीं हो पायी और उसकी मौत हो गयी. शाहनवाज ने बताया, उस घटना ने उसकी सोच बदल दी और उसे अहसास हुआ कि अगर समय रहते ऑक्सीजन मिल गया होता तो उसकी जान बच सकती थी. उसी घटना के बाद उसने कोरोना मरीजों की मदद की ठानी और पैसे के लिए अपनी कार बेच दी. कार बेचने से जो पैसे मिले उससे उसने 250 कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराया.
उस शख्स ने कहा, मैंने कोरोना मरीजों की मदद के लिए अपनी कार बेची है, कोई बात नहीं, मैं संपन्न परिवार से हूं और ऐसी चार कर मैं आगे चलकर खरीद सकता हूं. लेकिन कोरोना मरीजों को जो जरूरत थी अगर समय पर उन्हें मिल पाती तो उनकी जान भी जा सकती थी. कोरोना संकट के दौर में लोगों की मदद कर मुझे अच्छा लग रहा है.
posted by – arbind kumar mishra