मुंबई : पुलिस ने एक व्यक्ति को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भ्रामक संदेश पोस्ट करने के आरोप में बुधवार को गिरफ्तार किया है. पुलिस का आरोप है कि इन संदेशों के कारण मंगलवार को बांद्रा में रेलवे स्टेशन के पास बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर एकत्र हो गए थे.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पास के नवी मुंबई के निवासी विनय दुबे को एक अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 21 अप्रैल तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. उन्होंने बताया कि आरोपी को बुधवार की सुबह गिरफ्तार किया गया.
उससे फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उसके पोस्ट को लेकर पूछताछ की गई. अधिकारी ने बताया कि उसने सोशल मीडिया पर एक वीडियो अपलोड किया था जिसमें उसने मांग की थी कि महाराष्ट्र सरकार ऐसे प्रवासियों के जाने की व्यवस्था करे, जो कोरोना वायरस महामारी के कारण लागू लॉकडाउन की वजह से फंसे हुए हैं और अपने मूल स्थानों पर वापस जाना चाहते हैं.
उन्होंने बताया कि आरोपी ने इस मुद्दे को लेकर ट्वीट भी किया था और धमकी दी थी कि प्रवासी मजदूरों को उनके मूल स्थानों पर ले जाने के लिए अगर 18 अप्रैल तक ट्रेनों की व्यवस्था नहीं की गई तो देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. दुबे को शुरू में नवी मुंबई पुलिस ने हिरासत में लिया और बाद में उसे उपनगरीय बांद्रा की पुलिस को सौंप दिया गया.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 153 ए (विभिन्न समूहों के बीच वैमनस्यता बढ़ाने, नफरत का भाव बढ़ाने), 117 (अपराध करने के लिए भड़काने), 188 (सरकारी सेवक के आदेश का पालन नहीं करना), 269 , 270 (लापरवाही और बीमारी का संक्रमण फैलाने के लिए गलत बर्ताव करना) तथा महामारी कानून के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.
अधिकारी ने बताया कि बांद्रा पुलिस स्टेशन में उससे पूछताछ की जा रही है. पुलिस को आशंका है कि उसके सोशल मीडिया संदेशों ने भी मजदूरों को भड़काने का काम किया. इसके कारण मंगलवार की दोपहर को बांद्रा रेलवे स्टेशन के पास 1,000 से अधिक प्रवासी मजदूर जमा हो गए थे. इनमें से अधिकतर लोग बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के थे