शिवसेना की दशहरा रैली में शिंदे और ठाकरे में टकराव की संभावना, NCP चीफ शरद पवार ने दी डाली ऐसी सलाह

शिवसेना की वार्षिक दशहरा रैली को लेकर टकराव के रास्ते पर जाने से बचने की सलाह दी. उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले विद्रोही धड़े ने पार्टी की वार्षिक दशहरा रैली के लिए यहां शिवाजी पार्क मैदान की मांग की है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 3, 2022 11:15 PM
an image

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को दशहरा रैली को लेकर बड़ी सलाह दे दी है. उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री को टकराव से बचना चाहिए.

शिवसेना की दशहरा रैली में शिंदे और ठाकरे में टकराव की संभावना

शिवसेना की वार्षिक दशहरा रैली को लेकर टकराव के रास्ते पर जाने से बचने की सलाह दी. उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले विद्रोही धड़े ने पार्टी की वार्षिक दशहरा रैली के लिए यहां शिवाजी पार्क मैदान की मांग की है. इस मुद्दे को लेकर पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री पवार ने कहा, एक मुख्यमंत्री को टकराव के रास्ते से बचना चाहिए और सभी को साथ लेकर चलना चाहिए. वर्ष 1966 में बाल ठाकरे द्वारा स्थापित शिवसेना अपनी स्थापना के बाद से दशहरा रैली कर रही है.

Also Read: Maharashtra Politics: एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे गुट के बीच भिड़ंत, पुलिस ने 4 को लिया हिरासत में

शिंदे ने उद्धव ठाकरे के खिलाफ विद्रोह कर महाराष्ट्र की सत्ता हासिल की

शिंदे ने इस साल जून में उद्धव ठाकरे के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व किया, जिसके कारण ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस की महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन सरकार गिर गई.

Also Read: Maharashtra: उद्धव ठाकरे का BJP पर वार, कहा- जब हमारा वक्त आएगा तो सोचिए आपका क्या होगा

शिंदे गुट के प्रवक्ता ने पवार को दिया करारा जवाब

पवार की सलाह के बारे में पूछे जाने पर शिंदे गुट के प्रवक्ता नरेश म्हस्के ने ठाकरे परिवार के साथ पहले हुए टकराव का जिक्र किया. म्हस्के ने पूछा, जब तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भोजन करते समय केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को गिरफ्तार कर लिया, तो क्या पवार ने ठाकरे को टकराव से बचने की सलाह दी थी? जब युवराज (शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे का स्पष्ट संदर्भ) शिंदे के खिलाफ टिप्पणी करते हैं, तो क्या पवार उनसे संयम बरतने को कहते हैं?

Exit mobile version