IAS Pooja Khedkar पर 21 चालान लंबित… घर पहुंची पुलिस, नहीं मिली ऑडी कार
IAS Pooja Khedkar: आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर पर विवाद गहराता जा रहा है. पहले उनकी विकलांगता पर सवाल उठे. अब खबर है कि उनकी ऑडी कार पर 21 चालान लंबित है. पुलिस उनपर मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई करने जा रही है.
IAS Pooja Khedkar: महाराष्ट्र कैडर की 2022 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी पूजा खेडकर विवादों में आ गई हैं. उनपर आरोप लग रहा है कि उन्होंने फर्जी प्रमाण पत्र दिए हैं. वहीं, पूजा खेडकर जिस ऑडी कार का इस्तेमाल कर रही है उसपर भी विवाद है. पुणे पुलिस के जवान प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के आवास पर इसकी जांच के लिए पहुंचे. इस मामले में पुणे पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने कहा है कि पुणे पुलिस मोटर वाहन अधिनियम के तहत प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर की ओर से इस्तेमाल की जा रही ऑडी कार की जांच होगी.
मोटर व्हीकल एक्ट के तहत होगी कार्रवाई- पुणे पुलिस
मामले को लेकर पुणे पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी शफील पठान ने कहा है कि हम मोटर व्हीकल एक्ट के मुताबिक कार्रवाई करेंगे. पूजा खेडकर की ऑडी कार पर 21 चालान लंबित हैं. पुलिस अधिकारी ने कहा कि हम व्हाट्सएप पर नोटिस भेजेंगे और उनसे संपर्क करने की कोशिश करेंगे. निजी कार में महाराष्ट्र सरकार लिखना गैरकानूनी है. पुलिस ने कहा कि फिलहाल हमें वह कार नहीं मिली है.
प्रमाण पत्र को लेकर फर्जीवाड़ा का आरोप
महाराष्ट्र कैडर की 2022 बैच की आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर ने सिविल सेवा परीक्षा पास करने के लिए कथित तौर पर फर्जी दिव्यांगता और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) प्रमाण पत्र जमा किए है. यह दावा उस समय सामने आया जब एक दिन पहले ही परिवीक्षाधीन आईएएस अधिकारी को पद के दुरुपयोग की शिकायतों के बाद पुणे से वाशिम स्थानांतरित कर दिया गया था. वह अपनी निजी ऑडी कार पर लाल-नीली बत्ती और वीआईपी नंबर प्लेट का इस्तेमाल करती थीं.
जमा किया था मानसिक बीमारी का प्रमाण पत्र
एक अधिकारी ने बताया कि पूजा खेडकर ने ओबीसी और दृष्टिबाधित श्रेणियों के तहत सिविल सेवा परीक्षा दी थी. सिविल सेवा परीक्षा के दौरान पूजा खेडकर ने यूपीएससी को दिए हलफनामे में उन्होंने दृष्टिबाधित और मानसिक रूप से बीमार होने का दावा किया था. खेडकर ने जो विकलांगताओं का सर्टिफिकेट दिया था उसपर आरोप लग रहा है कि यह यूपीएससी में चयन के लिए विशेष रियायत पाने के लिए किया गया था.
मेडिकल के लिए कई बार किया इनकार
आईएएस पूजा खेडकर ने ओबीसी और दृष्टिबाधित श्रेणियों के तहत यूपीएससी की परीक्षा दी थी. इसके बाद कई बार उन्हें दिव्यांगता प्रमाण पत्र के सत्यापन के लिए मेडिकल टेस्ट कराने को कहा गया है लेकिन हर बार उन्होंने कुछ न कुछ बहाना बनाकर टेस्ट के लिए जाने के इनकार कर दिया. रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में उन्होंने कोरोना संक्रमण के हवाला देकर दिल्ली एम्स जाने के इनकार कर दिया था.
पिता की संपत्ति को लेकर भी विवाद
आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के पिता दिलीप खेडकर खुद राज्य सरकार के एक पूर्व अधिकारी रह चुके है. उनके पिता ने हाल में चुनाव भी लड़ा था. लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने अपनी संपत्ति का जो ब्योरा दिया था उसके मुताबिक उनकी कुल संपत्ति का मूल्य 40 करोड़ के करीब है. इसपर एक अधिकारी ने कहा है कि पूजा खेडकर ओबीसी श्रेणी के तहत सिविल सेवा परीक्षा में शामिल हुईं, जहां क्रीमी लेयर सीमा आठ लाख रुपये वार्षिक पैतृक आय है. भाषा इनपुट के साथ