Indian Railway : महाराष्ट्र में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इससे पहले रेलवे की ओर से प्रदेश को सौगात मिली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्रीय कैबिनेट ने 8 बड़ी रेलवे परियोजनाओं को मंजूरी दी जिसमें महाराष्ट्र का भी नाम है. इन प्रोजेक्ट में पूर्वी राज्यों को फोकस किया गया है. मोदी सरकार ने जिन 8 प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है, उसपर नजर डालें तो 1 महाराष्ट्र के लिए प्रोजेक्ट है.
अब बात केवल महाराष्ट्र की करें तो ये बातें सामने आतीं हैं…
- मराठवाड़ा और खानदेश (उत्तर महाराष्ट्र) के बीच रेलवे संपर्क स्थापित किया जाएगा.
- मराठवाड़ा पश्चिमी भारत के बंदरगाहों से जुड़ जाएगा. क्षेत्र के औद्योगिक विकास को बढ़ावा इससे मिलेगा.
- यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल अजंता को रेलवे संपर्क मिला है जिससे बेहतर पर्यटन के अवसर मिलेंगे.
- जालना औरंगाबाद औद्योगिक क्षेत्र को व्यापक बाजार मिला.
- भारत की सबसे लंबी परिवहन सुरंग ( 23.5 किमी) रेलवे की ओर से तैयार किया जाएगा.
- जालना-जलगांव नई लाइन (174 किलोमीटर)
- अनुमानित लागत: 7,106 करोड़ रुपये हैं. महाराष्ट्र राज्य सरकार पूर्णता लागत का 50% हिस्सा साझा कर रही है.
प्रोजेक्ट की खास बात पर एक नजर
- 8 नए रेलवे प्रोजेक्ट 7 राज्यों के 14 जिलों को कवर कर लेंगे.
- इनके बनने से न केवल कनेक्टिविटी अच्छी होगी बल्कि लॉजिस्टिक कॉस्ट भी की लागत भी कम आएगी.
- नए प्रोजेक्ट से कार्बन उत्सर्जन कम होगा. इन प्रोजेक्ट के शुरू होने से 30 लाख पेड़ लगाने जितना कार्बन उत्सर्जन कम होगा.
- इन प्रोजेक्ट के निर्माण के दौरान करीब 3 करोड़ लोगों के लिए रोजगार के अवसर मिलेंगे.