मुंबई : महाराष्ट्र की स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने शुक्रवार को कहा है कि हमने सरकार के समक्ष प्रस्ताव रखा है कि 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं फरवरी या मार्च के बजाय मई में आयोजित की जानी चाहिए. साथ ही नौवीं, दसवीं, 11वीं और 12वीं की पढ़ाई के लिए स्कूलों में कक्षाएं 23 नवंबर से शुरू करने का प्रस्ताव राज्य सरकार को दिया है.
We have proposed before state govt to restart classes in schools for 9th, 10th, 11th & 12th classes from 23rd Nov. Also, we have proposed that exams of 10th & 12th class should be conducted in May, instead of February or March: Maharashtra School Education Minister Varsha Gaikwad pic.twitter.com/NlXxx2SxTT
— ANI (@ANI) November 6, 2020
मालूम हो कि इससे पहले महाराष्ट्र शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद ने कोरोना संक्रमण को लेकर लगाये गये लॉकडाउन के मद्देनजर पाठ्यक्रम में संशोधन किया है. सत्र 2020-2021 के लिए पाठ्यक्रम में 25 फीसदी की कटौती की गयी है. इसके अलावा जर्मन भाषा के पाठ्यक्रम में भी 25 फीसदी की कटौती की गयी है.
पाठ्यक्रम में कटौती की सूचना को विभागीय वेबसाइट पर भी दिया गया है. साथ ही कहा गया है कि पाठ्यक्रम की संशोधित सूची सभी उच्च विद्यालय के प्रधानाचार्य, शिक्षक और छात्रों के लिए है. साथ ही अभिभावकों और माता-पिता को भी सूचित करने की बात कही गयी है.
महाराष्ट्र की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने कहा है कि सूबे में आम तौर पर 15 जून के बाद से ही स्कूल शुरू हो जाते हैं. पहले 12वीं की परीक्षाएं फरवरी और 10वीं की परीक्षाएं मार्च के पहले सप्ताह में होती थी, लेकिन साल 2020 में कोरोना महामारी के कारण स्कूली पढ़ाई अब तक शुरू नहीं हो पायी हैं.
उन्होने कहा कि हालांकि, हम लोगों ने ऑनलाइन, टेलीविजन और अन्य तरीकों से बच्चों की पढ़ाई की कोशिश की है. महाराष्ट्र बोर्ड की परीक्षाओं की तैयारियों में भी करीब दो माह का वक्त लग जाता है. इसलिए परीक्षाएं मई माह में करायी जाएं. मई में परीक्षाएं कराना इसलिए भी जरूरी है कि इसके बाद बारिश शुरू हो जाती है. इससे नये सत्र में स्कूल खुलने में भी देरी होगी.