महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण ने अपनी जासूसी किये जाने का किया दावा, बोले- मेरी जान को खतरा
Maharashtra: कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने दावा किया कि कुछ निजी और ठेके पर रखे गये व्यक्ति उनकी जासूसी कर रहे हैं तथा उनके आधिकारिक पत्रों की जालसाजी के जरिये उन्हें या किसी अन्य को बदनाम करने के प्रयास किये जा रहे हैं.
Maharashtra: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण ने अपनी जासूसी किये जाने का दावा करते हुए खुद की जान को खतरे में होने की आशंका जताई है. अशोक चव्हाण ने सोमवार को दावा किया कि कुछ निजी और ठेके पर रखे गये व्यक्ति उनकी जासूसी कर रहे हैं तथा उनके आधिकारिक पत्रों की जालसाजी के जरिये उन्हें या किसी अन्य को बदनाम करने के प्रयास किये जा रहे हैं.
मुझे नुकसान पहुंचाने की रची जा रही साजिश: चव्हान
पूर्व सीएम अशोक चव्हाण ने कहा कि ये सभी प्रयास उन्हें नुकसान पहुंचाने की साजिश हो सकते हैं और पुलिस को एक मामला दर्ज करना चाहिए. उन्होंने एक ट्वीट में कहा, कुछ निजी और ठेके पर रखे गये व्यक्ति मेरी जासूसी कर रहे हैं. ऐसा प्रतीत होता है कि एक व्यक्ति मेरी बैठकों, यात्रा योजनाओं आदि का ब्योरा जुटा रहा है. यह संभावना है कि मुझे कुछ नुकसान पहुंचाने के लिए मेरे खिलाफ कोई आपराधिक साजिश रची जा रही हो. पुलिस को इसका संज्ञान लेना चाहिए और उपयुक्त कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए.
अज्ञात लोगों ने आधिकारिक पत्रों की सामग्री में किए बदलाव
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण ने यह भी दावा किया कि कुछ अज्ञात लोगों ने उनके उन आधिकारिक पत्रों की सामग्री में बदलाव किये हैं, जो उन्होंने राज्य का लोक निर्माण विभाग मंत्री रहने के दौरान लिखे थे. उन्होंने कहा कि मैंने पूर्व में नांदेड़ के पुलिस अधीक्षक को इस तरह की चीजों के बारे में सूचित किया था. मुझे आशंका है कि जालसाजी किये गये दस्तावेजों का इस्तेमाल कुछ चुनाव से पहले किसी को बदनाम करने के लिए किये जा सकता है.
जांच में जुटी पुलिस
अशोक चव्हाण ने कहा कि पुलिस उनकी शिकायत की 31 जनवरी से जांच कर रही है और उन्हें मराठा कोटा मुद्दे पर तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को संबोधित उनके एक और फर्जी पत्र के बारे में पता चला है. पूर्व सीएम ने एक बयान में कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अविनाश कुमार से संपर्क किया था. उन्होंने दिन में जारी किये गये बयान में कहा कि इस तरह के पत्र का इस्तेमाल भविष्य में मुझे बदनाम करने के लिया जा सकता है. इन पत्रों का इस्तेमाल समाज में दरार पैदा करने के लिए किया जा सकता है, इसलिए एक मामला दर्ज किया जाना चाहिए.