महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी का इस्तीफा मंजूर, पद छोड़ने की इच्छा कर चुके थे जाहिर
Maharashtra New Governor: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के साथ ही लद्दाख के उपराज्यपाल राधा कृष्णन माथुर के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है.
Maharashtra New Governor: महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है. इसके साथ ही झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस को महाराष्ट्र का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के साथ ही लद्दाख के उपराज्यपाल राधा कृष्णन माथुर के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है.
सेवानिवृत जीवन जीना चाहते थे कोश्यारी
भगत सिंह कोश्यारी पहले ही महाराष्ट्र के राज्यपाल का पद छोड़ने की इच्छा जाहिर कर चुके थे और सेवानिवृत जीवन जीना चाहते थे. राज्यपाल भवन में आयोजित एक भवन में उन्होंने इसके पीछे का कारण बताते हुए कहा था कि अब वो अपना शेष जीवन पढ़ने, लिखने और अन्य आराम की गतिविधियों में बिताना चाहते हैं. इसके बाद से ही महाराष्ट्र का नया गवर्नर कौन होगा, इसकी चर्चाएं तेज हो गई थीं.
महाराष्ट्र की जनता से मिले प्यार और स्नेह कभी नहीं भूल सकता
कोश्यारी ने बीते दिनों मीडिया को दिए एक बयान में कहा था कि महाराष्ट्र जैसे महान राज्य संतों, समाज सुधारकों और बहादुर सेनानियों की भूमि के राज्य सेवक या राज्यपाल के रूप में सेवा करना मेरे लिए पूर्ण सम्मान और सौभाग्य की बात थी. बयान में राज्यपाल ने कहा कि पिछले 3 साल से ज्यादा समय के दौरान महाराष्ट्र की जनता से मिले प्यार और स्नेह को मैं कभी नहीं भूल सकता. मुझे माननीय प्रधानमंत्री से हमेशा प्यार और स्नेह मिला है.
कई बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं कोश्यारी
बता दें कि भगत सिंह कोश्यारी कई बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं. उन पर विपक्ष ने पक्षपाती होने का भी आरोप लगाया है. हाल में उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज को लेकर बयान दिया था. जिसके बाद विपक्ष के साथ-साथ राज्य सरकार के कई नेताओं ने उनकी आलोचना की थी. दरअसल, कोश्यारी ने बीते साल नवंबर में कहा था कि छत्रपति शिवाजी महाराज पुराने दिनों के आइकॉन थे. राज्य में आइकॉन के बारे में बात करते हुए उन्होंने बाबासाहेब अंबेडकर और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का जिक्र किया था. उन्होंने कहा था कि पहले जब आपसे पूछा जाता था कि आपका आइकॉन कौन है तो जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस और महात्मा गांधी का जवाब होता था. महाराष्ट्र में आपको कहीं और देखने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यहां बहुत सारे आइकॉन हैं. जहां छत्रपति शिवाजी महाराज पुराने जमाने के हैं, वहीं अंबेडकर और नितिन गडकरी हैं.