Maharashtra: औरंगाबाद और उस्मानाबाद को मिला नया नाम, शिंदे सरकार ने लगाई मुहर, उद्धव गुट ने जताया विरोध

Maharashtra: औरंगाबाद और उस्मानाबाद के नाम बदलने की समीक्षा करने के शिंदे सरकार के फैसले के खिलाफ औरंगाबाद में शिवसेना (ठाकरे गुट) ने विरोध प्रदर्शन किया. गौरतलब है कि शिंदे नीत सरकार ने आज यानी शनिवार को संभाजीनगर के आगे ‘छत्रपति' जोड़ दिया.

By Agency | July 16, 2022 4:40 PM
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Maharashtra: महाराष्ट्र की पूर्ववर्ती महाविकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार के औरंगाबाद और उस्मानाबाद के नाम बदलने की समीक्षा करने के शिंदे सरकार के फैसले के खिलाफ औरंगाबाद में शिवसेना (ठाकरे गुट) ने विरोध प्रदर्शन किया. बता दें, राज्य की एकनाश शिंदे सरकार ने आज यानी शनिवार को औरंगाबाद का नाम छत्रपति संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम धाराशिव करने की घोषणा की है. वहीं, महाराष्ट्र सरकार ने पहले के फैसले को अवैध करार दिया.

बता दें, 30 जून को शपथ ग्रहण करने वाले शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि ठाकरे की सरकार का इन शहरों के नाम बदलने का फैसला अवैध है, क्योंकि उन्होंने यह निर्णय राज्यपाल द्वारा विधानसभा में उन्हें बहुमत साबित करने के लिए कहने के बाद लिया. ठाकरे की अध्यक्षता में बीते महीने हुई मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर करने का फैसला किया गया था, लेकिन शिंदे नीत सरकार ने शनिवार को इसके आगे ‘छत्रपति’ जोड़ दिया.

इस समय मंत्रिमंडल में केवल दो सदस्य शिंदे और फडणवीस हैं, क्योंकि इसका विस्तार अभी नहीं हुआ है. मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि (ठाकरे की अध्यक्षता में हुई) 29 जून की मंत्रिमंडल की बैठक के कार्य विवरण को नई सरकार (शिंदे के नेतृत्व वाली) ने शनिवार को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में मंजूरी दे दी.

बयान में कहा गया है, ‘‘मंत्रिमंडल द्वारा आज स्वीकृत ताजा प्रस्ताव केंद्र को भेजा जाएगा, जिसके बाद दोनों शहरों का नाम संभाग, जिला, तालुका, नगर निगम और परिषद स्तर पर बदला जाएगा.” मंत्रिमंडल ने प्रस्तावित नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम किसान नेता दिवंगत डी बी पाटिल के नाम पर रखने को भी मंजूरी दे दी. उद्धव ठाकरे नीत पूर्ववर्ती सरकार ने पिछले महीने इस संबंध में भी फैसला किया था. शिंदे के शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह करने के बाद एमवीए सरकार 29 जून को गिर गई थी. शिंदे ने इसके अगले दिन मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी.

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