कोरोना की मार झेल रहे महाराष्ट्र में चोर होने के संदेह में तीन लोगों की भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या कर दी गयी. इस जघन्य हत्याकांड ने कोरोना से जंग में जुटी महाराष्ट्र सरकार के माथे पर बल ला दिया. राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिए जाने की जानकारी देते हुए इस घटना को कोई सांप्रदायिक रंग नहीं देने की चेतावनी दी है. वहीं मुख्यमंत्री उद्घव ठाकरे ने कहा कि इस मामले में दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलायी जाएगी. मामला इसलिए गरम है क्योंकि तीन मृतकों में दो लोग साधु बताये जा रहे हैं. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय के ट्विटर हैंडल से देर रात ट्वीट किया गया. उसमें लिखा है, पालघर की घटना पर कार्रवाई हुई है. पुलिस ने दो साधुओं, एक ड्राइवर और घटना के वक्त ही पुलिसकर्मियों पर हमला करने के सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
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उन्होंने कहा है, इस जघन्य अपराध और शर्मनाक घटना के किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें जितनी कड़ी सजा संभव है दिलायी जाएगी. वहीं गृह मंत्री देशमुख ने ट्वीट किया, सूरत जा रहे तीन लोगों की पालघर में हुई हत्या में संलिप्त 101 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. हत्या के मामले में मैंने उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया है. देशमुख ने कहा कि पुलिस ऐसे लोगों पर करीबी नजर रख रही है, जो इस घटना के जरिए समाज में वैमनस्य पैदा करना चाहते हैं. देशमुख ने कहा, पालघर की घटना में जो लोग मारे गए और जिन्होंने हमला किया, वह अलग-अलग धर्मों के नहीं थे.
उल्लेखनीय है कि यह घटना उस समय हुई, जब बृहस्पतिवार रात तीन व्यक्ति मुंबई के कांदीवली से कार में सवार होकर गुजरात के सूरत जा रहे थे. इसी दौरान, पालघर जिले में भीड़ ने इन्हें चोर समझकर उनके वाहन को रोक लिया और उनकी पीट-पीट कर हत्या कर दी. भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी. फिल्मी सितारों से लेकर खिलाड़ियों तक ने इस घटना की निंदा की है.
भोपाल से बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ने ट्वीट किया, मैं आहत हूं, महाराष्ट्र में दो सन्यासियों की निर्मम हत्या कर दी गई पुलिस-परशासन मौन था. सन्यासियों की हत्या संपूर्ण सनातनियों व देश के लिए एक चुनौती है. इस घटना की जांच हो कठोरतम दंड के साथ न्याय हो. जब-जब अखाड़े अपने उद्देश्यों से च्युत होंगे, विधर्मी प्रबल होंगे.
बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने ट्वीट करते हुए लिखा, इंसान के भेष में घूमने वालों जानवरों द्वारा सबसे अमानवीय, बर्बर और निंदनीय कृत्य. उन्होंने तीन लोगों की जान ले ली और 70 साल के एक बुजुर्ग की दलील को भी नहीं सुनी.
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, पालघर में जिस क्रूरता के साथ मॉब लिंचिंग हुई, वह मानवता को शर्मसार करने वाली है. मैं एक उच्च स्तरीय जांच की मांग करता हूं. जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई की जाए.