Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट जारी है. राजनीतिक उठापटक के बीच 16 बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी चल रही है. शिव सेना के सांसद अरविंद सावंत ने कहा है कि महाराष्ट्र में राजनीतिक हलचल जारी है. बहुत से विधायकों ने दलबदल किया है और असम चले गये हैं. हमने उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है. अब तक 16 विधायकों को नोटिस जारी किया गया है.
वहीं, शिवसेना के सीनियर काउंसेल एडवोकेट देवदत्त कामत ने कानूनी पेच समझाने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि दलबदल कानून से बचने के लिए दो तिहाई बहुमत का मामला तब आता है, जब एक पार्टी के विधायक किसी और पार्टी में अपना विलय करते हैं. जब तक विधायक किसी दूसरी पार्टी में विलय नहीं करते, उन्हें अयोग्य ठहराये जाने का खतरा बना रहता है.
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एडवोकेट देवदत्त कामत ने कहा कि आज तक किसी पार्टी में विधायकों का मर्जर नहीं हुआ है. उन्होंने स्वेच्छा से सदस्यता छोड़ दी है. देवदत्त कामत ने कहा कि संविधान के तहत डिप्टी स्पीकर को स्पीकर की अनुपस्थिति में कोई भी फैसला लेने का अधिकार है. ऐसे मामलों में उन्हें कार्रवाई करने का पूरा अधिकार है.
Political turbulence is going on in Maharashtra, many MLAs defected and have gone to Assam. We have initiated the legal action against them and notice has been served to 16 MLAs till now.:Shiv Sena MP Arvind Sawant pic.twitter.com/uQ5yzrlvJD
— ANI (@ANI) June 26, 2022
शिवसेना के सीनियर काउंसेल एडवोकेट देवदत्त कामत ने कहा कि बागियों ने एक अनधिकृत ई-मेल के जरिये अविश्वास प्रस्ताव भेजा गया था. इसकी कोई अहमियत नहीं है. जब तक अधिकृत ई-मेल से सूचना नहीं दी जाती, उसकी कोई अहमियत नहीं होती. बता दें कि महाराष्ट्र में शिवसेना के करीब 40 विधायकों ने पार्टी के खिलाफ बगावत कर दी है.
बागी विधायक पहले महाराष्ट्र से सूरत पहुंचे और वहां से अब गुवाहाटी पहुंच गये हैं. गुवाहाटी के रेडिसन ब्लू होटल में बागी विधायकों ने डेरा डाल रखा है. उद्धव ठाकरे ने पहले भावुक अपील की, उसके बाद से संजय राउत बागी विधायकों को मुंबई लौटने की चुनौती दे रहे हैं. हालांकि, बागी विधायक बार-बार कह रहे हैं कि वे शिवसेना के सैनिक हैं.
दूसरी तरफ शिवसेना के सांसद और प्रवक्ता संजय राउत ने यहां तक कह दिया है कि बाला साहेब ठाकरे उनके बाप हैं, बागी विधायक अपने बाप के नाम का इस्तेमाल करें. बाला साहेब ठाकरे के नाम का इस्तेमाल न करें. इतना ही नहीं, संजय राउत ने यहां तक कहा कि शिवसैनिक तैयार हैं. बस एक इशारे की देर है.
बता दें कि महाराष्ट्र में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस की महा विकास आघाड़ी (एमवीए) की सरकार चल रही है. एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के 40 विधायकों के गुवाहाटी पहुंच जाने के बाद यह सरकार अल्पमत में आ गयी है.