Maharashtra: पूर्व मंत्री रामदास कदम का दावा, एनसीपी चीफ शरद पवार ने तोड़ा शिवसेना

Maharashtra: महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री रामदास कदम ने आरोप लगाते हुए कहा कि शरद पवार शिवसेना को तोड़ रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि शरद पवार ने शिवसेना को व्यवस्थित रूप से कमजोर किया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 19, 2022 7:17 PM

Maharashtra: महाराष्ट्र सरकार में पूर्व मंत्री और शिवसेना विधायक रामदास कदम ने मंगलवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार पर गंभीर आरोप लगाया है. रामदास कदम ने आरोप लगाते हुए कहा कि शरद पवार शिवसेना को तोड़ रहे हैं. रामदास कदम ने दावा किया कि शरद पवार ने शिवसेना को व्यवस्थित रूप से कमजोर किया है. उन्होंने कहा कि कुछ विधायकों ने इस पर चिंता व्यक्त की थी. हालांकि, उद्धव ठाकरे शरद पवार से अलग होने को तैयार नहीं थे.

उद्धव ठाकरे को दे चुके है सबूत

शिवसेना विधायक रामदास कदम ने दावा किया कि शरद पवार ने कुनाबी समुदाय के सदस्यों को अच्छे पद दिए हैं और उन्हें धन से मजबूत भी किया है. उन्होंने आगे दावा किया कि मुख्यमंत्री हमारे थे. धन सरकारी खजाने से आया, लेकिन शिवसेना को शरद पवार ने व्यवस्थित रूप से कमजोर कर दिया. उन्होंने यह भी कहा वे इसका सबूत शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को दे चुके है. लेकिन, वो शरद पवार को छोड़ने के लिए तैयार नहीं थे.


अगर बालासाहेब ठाकरे आज जीवित होते, तो…

रामदास कदम ने कहा कि अगर बालासाहेब ठाकरे आज जीवित होते, तो क्या उन्होंने उद्धव ठाकरे को एनसीपी और कांग्रेस के समर्थन से मुख्यमंत्री बनने दिया होता? आगे कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए एनसीपी और कांग्रेस के साथ हाथ मिलाने के उद्धव ठाकरे के कदम का विरोध किया था. कदम ने कहा कि मैंने उद्धव ठाकरे से कहा कि यह पाप करने जैसा है. बालासाहेब ठाकरे की आत्मा को इस व्यवस्था से शांति नहीं मिलेगी.

रामदास कदम पर एनसीपी का पलटवार

उद्धव सरकार में पूर्व मंत्री रहे रामदास कदम की इस टिप्पणी के बाद महाराष्ट्र के सियासी गलियारों में हलचल बढ़ गई है. एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता महेश तापसे ने रामदास कदम की टिप्पणी को खारिज करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा. तापसे ने दावा किया कि शिवसेना में विभाजन के पीछे बीजेपी का हाथ है. उन्होंने कहा कि बागी नेता शरद पवार को निशाना बनाकर इससे ध्यान हटाने की कोशिश कर रहे हैं. राकांपा प्रवक्ता तापसे ने कहा कि पवार की पहल के कारण एमवीए का गठन किया गया था.

Also Read: Delhi: सफदरजंग अस्पताल के बाहर बच्चे की डिलिवरी पर महिला आयोग सख्त, जारी किया गया नोटिस

Next Article

Exit mobile version