Antilia Case : महाराष्ट्र ATS ने मनसुख हिरेन मर्डर केस को सुलझा लिया!, जानें अबतक के अपडेट्स
Mansukh Hiren Death Case Maharashtra ATS उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटकों से लदी स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन की संदिग्ध तरीके से मौत मामले में महाराष्ट्र एटीएस को बड़ी कामयाबी मिलने की खबर सामने आ रही है. इस चर्चित मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी के बाद ऐसा कहा जा रहा है कि महाराष्ट्र एटीएस मनसुख हिरेन हत्या मामले को सुलझा चुकी है. हालांकि, अभी हत्या के कारणों के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी गई है.
Mansukh Hiren Death Case Maharashtra ATS उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटकों से लदी स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन की संदिग्ध तरीके से मौत मामले में महाराष्ट्र एटीएस को बड़ी कामयाबी मिलने की खबर सामने आ रही है. इस चर्चित मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी के बाद ऐसा कहा जा रहा है कि महाराष्ट्र एटीएस मनसुख हिरेन हत्या मामले को सुलझा चुकी है. हालांकि, अभी हत्या के कारणों के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी गई है.
#UPDATE The two accused, arrested in connection with Mansukh Hiren death case, were presented in the court today, and have been directed to stay in ATS custody till March 30: Maharashtra ATS
— ANI (@ANI) March 21, 2021
वहीं, मीडिया रिपोर्ट में महाराष्ट्र में डीआईजी एटीएस शिवदीप लांडे के हवाले से मनसुख हिरेन की मौत का मामला सुलझाने का दावा किया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा कि मुंबई पुलिस के निलंबित सिपाही विनायक शिंदे और नरेश धारे एवं एक सटोरिए को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है. महाराष्ट्र एटीएस का दावा है कि गिरफ्तार किए इन दोनों लोगों का हाथ मनसुख हिरेन की हत्या के पीछे था. दोनों ही आरोपियों को आज ठाणे के होलीडी कोर्ट में पेश किया गया. सुनवाई के बाद कोर्ट ने दोनों आरोपियों को 30 मार्च तक एटीएस की हिरासत में भेज दिया है.
उल्लेखनीय है कि मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटकों से लदी स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन का शव ठाणे में मिला था. एनआईए मुंबई में मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर 20 जिलेटिन की छड़ें और एक धमकी भरे नोट के साथ पाई गई एसयूवी की जांच कर रही है और यह घटना 25 फरवरी की है. वहीं, आतंकवाद-रोधी जांच एजेंसी ने 13 मार्च को मुंबई के पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को गिरफ्तार किया था. उन्हें 25 मार्च तक एनआईए की हिरासत में भेज दिया गया है. दोनों मामलों के तार एक दूसरे से जुड़े हुए हैं और महाराष्ट्र पुलिस के सूत्रों ने कहा कि 4 मार्च की रात को, हिरेन के मोबाइल लोकेशन अक्सर बदलते रहे. हिरेन का मोबाइल फोन बरामद होना अभी बाकी है.
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