महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने औरंगाबाद शहर में विवादित पोस्टर लगवाया है. जिसमें लिखा है कि जो भी व्यक्ति पाकिस्तान और बांग्लादेश से आए शरणार्थियों या घुसपैठियों के बारे में सटीक जानकारी देगा उन्हें 5 हजार रुपया पुरस्कार में दिया जाएगा. पोस्टर में मनसे प्रमुख राज ठाकरे और उनके बेट अमित ठाकरे की तस्वीर भी लगी हुई है. जानकारी के मुताबिक ये पोस्टर मनसे के औरंगाबाद वाले ऑफिस के बाहर लगी हुई है.
औरंगाबाद के शहर अध्यक्ष ने लगवाया पोस्टर: जानकारी के मुताबिक ये सारा पोस्टर औरंगबाद में पार्टी के शहर अध्यक्ष सतनाम सिंह गुलाटी ने लगवाया है. गौरतलब है कि मनसे का ये ऑफिस औरंगाबाद में पार्टी की गतिविधियों का केंद्र होगा. इसका उद्घाटन गुरुवार को ही किया गया था. सतनाम सिंह गुलाटी ने इन पोस्टर्स के संबंध में कहा कि, पार्टी के पास इस बात का कोई आंकड़ा नहीं है कि महाराष्ट्र में कितने पाकिस्तानी या बांग्लादेशी शरणार्थी हैं. इसलिए हमने इसकी सूचना देने वालों को इनाम देने का एलान किया है.
शरणार्थी मसले पर मुखर रहे हैं राज ठाकरे: बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने इस तरह का पोस्टर लगाया है. इसी माह के पहले हफ्ते में मनसे ने सीएम उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री के बाहर पोस्टर लगवाया था. इसमें लिखा था कि, ‘माननीय मुख्यमंत्री साहब. यदि आप घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए इतना ही गंभीर हैं तो शुरुआत अपने बांद्रा इलाके से करिए जहां पहले से ही काफी संख्या में वो बसे हुए हैं’. इस पोस्टर में भी मनसे प्रमुख राज ठाकरे और उनके बेटे अमित ठाकरे की तस्वीर लगी हुई थी.
हाल के दिनों में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना राज ठाकरे के नेतृत्व में शरणार्थी मसले को लेकर काफी मुखर रही है. उन्होंने हाल ही में इसको लेकर रायगढ़ जिले के पनवेल में रैली का आयोजन किया था. रैली में राज ठाकरे के साथ उनकी पत्नी शर्मिला ठाकरे और बेटा अमित ठाकरे भी शामिल हुए थे. राज ठाकरे ने रैली को संबोधित करते हुए उपस्थित जनसमूह से कहा था कि यहां शरणार्थियों के लिए कोई जगह नहीं है. उन्होंने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा था.
सीएए पर केंद्र सरकार पर साधा था निशाना: राज ठाकरे ने कहा था कि ‘जब भारत की आबादी वैसे ही 135 करोड़ है तो फिर बाहर से लोगों को यहां लाने का औचित्य क्या है? उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा था कि पाकिस्तान या बांग्लादेश से यहां आए लोग भारत छोड़ दें नहीं तो मनसे अपने स्टाइल में उन्हें यहां से निकालेेगी’.
मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कहा था कि गैर कानूनी रूप से पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से भारत आए लोगों को निकाल बाहर करना चाहिए क्योंकि वो यहां अनावश्यक रूप से बोझ बन जाते हैं. उन्होंने कहा कि, वो हमारे युवाओं की नौकरियां खा जाते हैं और डेमोग्राफी पर भी नकारात्मक प्रभाव डालते हैं.