Mumbai News: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में रहने वाले लोगों को महंगाई का एक और झटका लगने वाला है. दरअसल, मुंबई में 1 अक्टबूर से ऑटो-टैक्सी में सफर करना हो महंगा हो जाएगा. ऐसे में मुंबईवासियों को काली-पीली टैक्सियों और ऑटो-रिक्शा में यात्रा करने के लिए अब अधिक भुगतान करना होगा.
राज्य परिवहन विभाग ने 1 अक्टूबर से टैक्सियों के न्यूनतम किराए में 3 रुपये और ऑटो-रिक्शा के किराए में 2 रुपये की वृद्धि करने पर सहमति दे दी है. टैक्सी कैब का मौजूदा न्यूनतम किराया 25 रुपये है, जबकि ऑटो रिक्शा के लिए यह 21 रुपये है. नया न्यूनतम किराया क्रमश: 28 रुपये और 23 रुपये होगा. मुंबई टैक्सीमैन यूनियन (MTU) के नेता एंथनी क्वाड्रोस ने कहा कि राज्य सरकार मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (MMRTA) से मंजूरी के बाद शुक्रवार को टैक्सियों और ऑटो-रिक्शा के किराए में संशोधन के लिए सहमत हुई.
बैठक में शामिल हुए मुंबई ऑटो-रिक्शा मेन्स यूनियन के नेता थंपी कुरियन ने कहा कि परिवहन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि निर्णय सोमवार को एमएमआरटीए द्वारा अनुमोदित किया जाएगा और 1 अक्टूबर से लागू किया जाएगा. परिवहन विभाग का कोई भी अधिकारी इसकी पुष्टि करने को तैयार नहीं था. लेकिन, सूत्रों ने कहा कि राज्य के उद्योग मंत्री ने यूनियनों के साथ बैठक में किराए में संशोधन पर सहमति जताई थी.
इससे पहले, बुधवार को एमटीयू ने 26 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल का आह्वान किया था. संघ ने अब हड़ताल वापस ले ली है. टैक्सी और ऑटो-रिक्शा संचालकों ने इस फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि यह पर्याप्त नहीं था, लेकिन इससे मदद मिलेगी. पिछले 20 वर्षों से टैक्सी चला रहे एक चालक ने कहा कि पिछले एक साल में सीएनजी की कीमत 30 रुपये से अधिक बढ़ गई है, इसलिए हम न्यूनतम 5 रुपये की वृद्धि की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन यह ठीक है.
वहीं, सांताक्रूज के एक ऑटो-रिक्शा चालक ने कहा कि यह सुनकर अच्छा लगा कि न्यूनतम किराया आखिरकार संशोधित कर दिया गया है. किराए को आखिरी बार मार्च 2021 में बढ़ाया गया था, जब कैब का न्यूनतम किराया 22 रुपये से बढ़ाकर 25 रुपये और ऑटो-रिक्शा का किराया 18 रुपये से बढ़ाकर 21 रुपये किया गया था. मुंबई महानगरीय क्षेत्र में लगभग 60,000 टैक्सियां और 5,00,000 ऑटो-रिक्शा हैं, जिनमें कुछ पेट्रोल से चलने वाले वाहन भी शामिल हैं.
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