Mumbai Rain Explainer: क्यों हर साल बारिश से जाम हो जाती है आमची Mumbai

दक्षिण मुंबई में ज्यादातर ड्रेनेज सिस्टम ब्रिटिश जमाने के है. इस कारण भी वो पानी निकासी के लिए नाकाफी हो रहे हैं. मुंबई के अंधेरी, सायन, मिलन और खार सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में शामिल हैं. तेज बारिश में इन इलाकों में घंटों जलजमाव हो जाता हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 8, 2022 2:31 PM
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आमची नगरी और माया नगरी नाम से विख्यात मुंबई का बारिश से बुरा हाल है. तेज बारिश के कारण सड़कों में पानी जमा है, नालियां लबालब हैं और लोगों के परेशानी कई गुणा बढ़ गई है. मुंबई में हर साल बरसात में यहीं हाल होता है. बरसात के दिनों में मायानगरी की जिंदगी थम सी जाती है. सिनेमा के पर्दे पर मुंबई की खूबसूरत बरसात हकीकत में इतनी कष्टदायक होती हो कि बरसात के दिनों में चलने के सड़क भी नहीं बचता. ऐसे में सवाल है कि आखिर बरसात में महानगर मुंबई का ऐसा हाल क्यों होता है.

दरअसल, मुंबई में बारिश के दिनों में जलजमाव के कई कारण है. जिससे हर मुंबईकर साल में कम से कम एक बार तो रूबरू होता ही है. मुंबई शहर के कई इलाके ऊंचाई पर हैं तो कई बहुत नीचे. शहर के कुछ हिस्से 7 द्वीपों से मिलकर बने हैं. ऐसे में ये हिस्से न तो सपाट हैं और न ही पूरी तरह ढालूं. ये हिस्से तश्तरी के आकार के हैं. ऐसे में जब भी मुंबई में भारी बारिश होती है तो बारिश का पानी निचले इलाके में जमा होने लगता है. मुंबई के अंधेरी, सायन, मिलन और खार सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में शामिल हैं. तेज बारिश में इन इलाकों में घंटों जलजमाव हो जाता हैं.

ब्रिटिश जमाने के ड्रेनेज सिस्टम: मुंबई में जमा हुआ पानी निकालने के लिए ड्रेनेज सिस्टम है. मुंबई में बारिश के पानी का 80 से 90 फीसदी हिस्सा ड्रेनेज सिस्टम से बहकर समुद्र में चला जाता है. लेकिन हाल के दिनों में मायानगरी में बारिश काफी तेज हो रही है. ऐसे में समान निकासी की क्षमता वाले ड्रेनेज इतना सारा पानी को निकालने में नाकाफी हो जाते हैं. इस कारण कई इलाकों में जलजमाव की समस्या बरकरार रहती है. इसके अलावा दक्षिण मुंबई में ज्यादातर ड्रेनेज सिस्टम ब्रिटिश जमाने के है. इस कारण भी वो पानी निकासी के लिए नाकाफी हो रहे हैं.

मुंबई में सिमट गई है ग्रीन एरिया: प्रदूषण और अतिक्रमण के कारण मुम्बई की कई छोटी नदिया विलुप्ति के कगार पर जा रही हैं. मानवीय अतिक्रमण और निर्माण ने नदियों को सूखने पर मजबूर कर दिया है. नदी की जमीन पर बड़े-बड़े बिल्डिंग बनने से भी पानी निकासी का मार्ग अवरुद्ध हुआ है. इसके अलावा मुंबई में ग्रीन एरिया भी बहुत सिमट गया है.

नालियों की सही से नहीं हो पाती सफाई: मुंबई में जलजमाव होता है क्योंकि पानी की सही से निकासी नहीं हो पाती. दरअसल, मुंबई में कई बड़े नाले हैं लेकिन इन प्रमुख नालों के किनारे बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हो गया है. अतिक्रमण के कारण नालों से कचरे को साफ करना बेहद मुश्किल काम है. हालांकि निगम की ओर से बरसात के पहले साफ सफाई होती है लेकिन मूसलाधार पानी में नालियां जाम हो ही जाती है. और जलजमाव की समस्या की गहराने लगती है.मुंबई में जलजमाव होता है क्योंकि पानी की सही से निकासी नहीं हो पाती. दरअसल, मुंबई में कई बड़े नाले हैं लेकिन इन प्रमुख नालों के किनारे बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हो गया है. अतिक्रमण के कारण नालों से कचरे को साफ करना बेहद मुश्किल काम है. हालांकि निगम की ओर से बरसात के पहले साफ सफाई होती है लेकिन मूसलाधार पानी में नालियां जाम हो ही जाती है. और जलजमाव की समस्या की गहराने लगती है.

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