BBC Documentary Row: दिल्ली-कोलकाता में हंगामे के बाद अब मुंबई के TISS में तनाव, BJP ने दी चेतावनी
BBC Documentary की स्क्रीनिंग को लेकर टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज में तनाव की खबरें सामने आ रही है. दरअसल, टीआईएसएस के छात्रों ने घोषणा की थी कि शनिवार को शाम 7 बजे वह विवादित डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग करेंगे.
BBC Documentary Row: बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग को लेकर दिल्ली और कोलकाता में बाद अब मुंबई स्थित टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (TISS) में तनाव की खबरें सामने आ रही है. दरअसल, टीआईएसएस के छात्रों ने घोषणा की थी कि शनिवार को शाम 7 बजे वह विवादित डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग करेंगे. हालांकि, संस्थान की तरफ से इसकी इजाजत नहीं दी गई है.
टाटा इंस्टीट्यूट के बाहर बढ़ाई गई सुरक्षा
बता दें कि टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज में पढ़ने वाले छात्रों के एक ग्रुप प्रोग्रेसिव स्टूडेंट फोरम (PSF) ने प्रबंधन से कैंपस में बीबीसी की विवादित डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग की इजाजत मांगी थी. हालांकि, इजाजत नहीं मिलने के बावजूद फोरम ने शनिवार को शाम सात बजे डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग करने का घोषणा की है. पीएसएफ ने कहा है कि प्रबंधन के मना करने के बावजूद हम कैंपस में डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग करेंगे. इसको देखते हुए टाटा इंस्टीट्यूट के बाहर सुरक्षा बढ़ाई गई है.
छात्रों के खिलाफ उचित कार्रवाई करे पुलिस: बीजेपी
इधर, मुंबई के बीजेपी अध्यक्ष आशीष शेलार ने टीआईएसएस के छात्रों के खिलाफ पुलिस से उचित कार्रवाई करने की मांग की है. आशीष शेलार ने ट्वीट किया और कहा, पुलिस को इस मामले में दखल देना चाहिए नहीं तो हम मजबूर हो जाएंगे दखल देने के लिए. यह एक बकवास डॉक्यूमेंट्री है, जो इस डॉक्यूमेंट्री को दिखाने पर अड़े हुए हैं, वह सिर्फ टेंशन बढ़ाना चाहते हैं. इसकी वजह से लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ सकता है. टीआईएसएस को इसे तुरंत बंद करना चाहिए.
संस्थान ने जारी की एडवाइजरी
इससे पहले, TISS ने डॉक्यूमेंट्री प्रसारित करने के खिलाफ कड़ा रुख दिखाया है और संस्थान के अंदर इसकी स्क्रीनिंग नहीं किए जाने को लेकर एडवाइजरी जारी किया है. कहा गया है कि संस्थान में ऐसी किसी भी स्क्रीनिग और सभा की अनुमति नहीं है, जो शैक्षणिक माहौल को बिगाड़े और उसकी शांति और सद्भाव को खतरे में डाले. एडवाइजरी में छात्रों को ऐसी किसी भी गतिविधि में शामिल होने से बचने की सलाह दी गई है. कहा गया है कि यदि कोई भी छात्र इस प्रकार की गतिविधि में संलिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
जानिए क्या है विवाद
बताते चलें कि बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग को लेकर शुक्रवार को दिल्ली यूनिवर्सिटी में जमकर बवाल हुआ था. इससे पहले, जामिया और जेएनयू के साथ ही कोलकाता के एक विश्वविद्यालय में बवाल हो चुका है. उल्लेखनीय है कि बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री इंडिया: द मोदी क्वेश्चन को लेकर देश भर में विवाद शुरू हो गया है. यह सीरीज गुजरात में 2002 के दौरान हुए दंगों को लेकर बनाई गई है. उस समय नरेंद्र मोदी गुजरात के सीएम थे. केंद्र सरकार ने इस डॉक्यूमेंट्री पर प्रतिबंध लगा दिया है. बावजूद, इसके कई राजनीतिक पार्टियों और संगठनों ने इसकी स्पेशल स्क्रीनिंग कराई है. अब इस डॉक्यूमेंट्री को देश की यूनिवर्सिटीज में भी प्रसारित करने की कोशिश की जा रही है.