नारायन राणे का बयान पूरे महाराष्ट्र का अपमान, शिवसेना ने लिया एक्शन, नासिक पुलिस कर सकती है गिरफ्तार
अपनी जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी महंगी पड़ सकती है. उनके बयान के खिलाफ गिरफ्तारी के आदेश जारी किए गए हैं. नासिक पुलिस की क्राइम ब्रांच कर सकती है गिरफ्तार.
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केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ्तारी के आदेश जारी
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जनआशीर्वाद रैली में सीएम ठाकरे के खिलाफ टिप्पणी मामला
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कोरोना गाइडलाइ और प्रोटोकॉल उल्लंघन को लेकर भी कई मामले दर्ज
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के खिलाफ नासिक पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तारी के आदेश जारी किया है. दरअसल अपनी जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी थी. जिसके बाद केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ्तारी के आदेश जारी किए गए हैं.
गौरतलब है कि कि अपनी जनआशिर्वाद यात्रा के दौरान नारायण राणे ने सीएम उद्धव ठाकरे के खिलाफ कुछ अपशब्द कहे थे. जिसको लेकर शिवसेना ने घोर आपत्ति जताई थी, और बयान के खिलाफ शिवसेना ने पुलिस में शिकायत दर्ज कर दी थी. दरअसल, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कह दिया कि, ‘अगर होता तो कान के नीचे रख देता.
बता दें, नारायण राणे की जनआशिर्वाद यात्रा शुरू से ही विवादों में रही. पहले कोरोना गाइडलाइ और प्रोटोकॉल के उल्लंघन को लेकर नारायन राणे के समर्थकों पर पालघर में कई मामले दर्ज किए गए. पुलिस ने रैली के खिलाफ आईपीसी और महामारी रोग अधिनियम के तहत कई आरोप लगाए. इसके बाद सीएम ठाकरे के खिलाफ टिप्पणी को लेकर केस दर्ज किये गये.
इससे पहले, जिस दिन यात्रा शुरू हुई उस दिन नारायण राणे के दादर स्थित बाला साहेब ठाकरे की स्माकर जाने को लेकर भी शिवसेना ने कड़ी विरोध दर्ज किया था. शिवसेना के नेता और कार्यकर्ता शूरु से हा याक्षा का विरोध कर रहे हैं. बता दें, एक समय नारायण राणे शिवसेना के ही नेता थे. लेकिन उन्होंने कुनबा बदलते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया. इसके बाद उनका नाता शिवसेना और ठाकरे परिवार से पूरी तरह टूट गया है.
महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने भी केन्द्रीय मंत्री के बयान की निंदा की है. उन्होंने कहा है कि, केंद्रीय मंत्री नारायण राणे सीएम ठाकरे के खिलाफ जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, वो कान के नीचे थप्पड़ मारने की बात कर रहे हैं. ये पूरे महाराष्ट्र का अपमान है. क़ानून से बड़ा कोई नहीं और निश्चित रूप से कानूनी कार्रवाई होगी.
Posted by: Pritish Sahay