मुंबई : औरंगाबाद में मनसे (महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना) की घोषित रैली से पहले सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने राज ठाकरे को रोजा-इफ्तार का न्योता दिया है. इसके बाद से महाराष्ट्र की राजनीति में एक नई गरमाहट पैदा हो गई है. उधर, खबर यह भी है कि मनसे की रैली से पहले पुलिस ने औरंगाबाद में धारा 144 लागू किया है, लेकिन कुछ शर्तों के साथ उन्हें इसकी अनुमति दे दी है.
मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, औरंगाबाद से एआईएमआईएम के सांसद इम्तियाज जलील ने इफ्तार की दावत के लिए मनसे प्रमुख राज ठाकरे को न्योता दिया है. उन्होंने शहर में शांति और सद्भावना के प्रयास में यह फैसला किया है. रिपोर्ट के मुताबिक, पुणे में रात रुकने के बाद ठाकरे शनिवार सुबह औरंगाबाद के लिए निकल सकते हैं. कुछ दिनों पहले ही मनसे प्रमुख ने 3 मई तक मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने के लिए अल्टीमेटम दिया है.
राज ठाकरे की रैली पर शिवसेना ने कहा, आक्रामकता का दे सकती है मुंहतोड़ जवाब
वहीं, राज ठाकरे की औरंगाबाद में होने वाली रैली से पहले शिवसेना ने कहा कि वह किसी भी तरह की आक्रामकता का मुंहतोड़ जवाब दे सकती है. पार्टी के सांसद संजय राउत ने दावा किया कि भाजपा मुस्लिम मतों के विभाजन के लिए एआईएमआईएम (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का इस्तेमाल करती है और अब शिवसेना के हिंदुत्व पर हमला करने के लिए कुछ हिंदू ओवैसी बनाए गए हैं. पार्टी के प्रवक्ता सचिन अहीर ने कहा कि शिवसेना में हमेशा किसी भी आक्रामकता का मुंहतोड़ जवाब देने की क्षमता रही है.
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पुलिस ने रैली के लिए रखीं 15 शर्तें
वहीं, मनसे के एक नेता ने कहा कि पुलिस ने औरंगाबाद में रैली आयोजित करने के लिए 15 शर्तें रखी हैं. वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि रैली ने राज्य के लोगों को बीच काफी दिलचस्पी पैदा कर दी है. यह बात दीगर है कि मनसे नेताओं ने भाजपा के साथ मनसे के गठबंधन की बात से इनकार किया है. पार्टी के नेता नितिन सरदेसाई ने कहा कि राजनीति में सबकुछ संभव है, लेकिन फिलहाल भाजपा के साथ गठबंधन के संबंध में कोई चर्चा नहीं है.