पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) प्रायोजित हड़ताल के दौरान पुणे में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. DCP सागर पाटिल ने बताया इस मामले में विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है.
पीएफआई प्रदर्शन पर दंगा और सड़क जाम करने का केस दर्ज
पुणे में PFI के विरोध प्रदर्शन में सुने गए ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारों पर DCP सागर पाटिल ने बताया, बंड गार्डन थाने में दंगा व सड़क जाम करने की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. वायरल हुए वीडियो की जांच की जा रही है. दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी.
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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बोले- नारा लगाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) द्वारा पुणे में आयोजित विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाले प्रदर्शनकारियों का एक वीडियो सामने आया है. इस घटना के बाद महाराष्ट्र सरकार ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि नारे लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि राज्य में इस तरह के नारे बर्दाश्त नहीं किये जाएंगे, जबकि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इस नारेबाजी में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा. भाजपा के विधायक नितेश राणे ने ट्विटर पर कहा कि जिन्होंने पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए हैं, उन्हें याद रखना चाहिए कि उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. राणे ने कहा, पुणे में पीएफआई के समर्थन में पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने वाले सभी लोगों को चुन चुनकर मारेंगे…इतना याद रखना. पीएफआई को प्रतिबंधित करो.
केरल के मुख्यमंत्री विजयन ने पीएफआ हिंसा को पूर्वनियोजित बताया
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) प्रायोजित हड़ताल के दौरान हिंसा पूर्व नियोजित थी. उन्होंने आश्वस्त किया कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उधर, असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने इस इस्लामी संगठन पर प्रतिबंध लगाने की बात की, जिसके खिलाफ राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने युवाओं को लश्कर-ए-तैयबा समेत अन्य आतंकी संगठनों में शामिल होने के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाया है. महाराष्ट्र के पुणे में पीएफआई के विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाये जाने को लेकर भाजपा ने नाराजगी जताई है और पार्टी के विधायकों ने ऐसा नारा लगाने वालों को नहीं बख्शने की चेतावनी दी है.
एनआईए ने पीएफआई के 106 नेताओं और कार्यकर्ताओं को किया गिरफ्तार
मालूम हो देशभर में लगभग एक साथ छापेमारी में एनआईए के नेतृत्व में 22 सितंबर को विभिन्न एजेंसियों ने अभियान चलाकर 11 राज्यों में पीएफआई के 106 कार्यकर्ताओं को आतंकी गतिविधियों का समर्थन करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. पीएफआई ने 23 सितंबर को केरल में हड़ताल की घोषणा की थी और इस दौरान राज्य में व्यापक हिंसा हुई थी। रिपोर्ट के मुताबिक, छापेमारी के दौरान जब्त किए गए दस्तावेजों में ऐसी सामग्री पाई गई है, जिससे पता चलता है कि एक समुदाय विशेष के प्रमुख नेताओं को निशाना बनाया जा रहा था. इस ‘हिट लिस्ट’ से मालूम होता है कि पीएफआई अपने नेताओं के माध्यम से समुदायों के बीच तनाव पैदा करने का काम कर रहा था. एनआईए ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि संगठन का इरादा शांति और सद्भाव को भंग करना तथा वैकल्पिक न्याय व्यवस्था चलाना था.