सालभर से नाबालिग दिव्यांग के साथ फिजियोथेरेपिस्ट कर रहा था यौन शोषण, मुंबई पुलिस ने किया गिरफ्तार
मुंबई पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार, पीड़िता बोलने में असमर्थ होने के साथ ही शारीरिक तौर पर भी दिव्यांग है. वह आरोपी की क्लिनिक पर इलाज के लिए आती थी.
मुंबई : देश की औद्योगिक राजधानी मुंबई में एक फिजियोथेरेपिस्ट बीते एक साल से एक नाबालिग दिव्यांग के साथ दुष्कर्म को अंजाम दे रहा था. लड़की की माता-पिता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी फिजियोथेरेपिस्ट को गिरफ्तार कर लिया है. यह मामला मुंबई के उपनगर सांताक्रुज का है, जहां पर एक फिजियोथेरेपी क्लिनिक में पीड़िता इलाज कराने आ रही थी. पीड़िता बोलने में असमर्थ है, जिसका नाजायज फायदा उठाकर फिजियोथेरेपिस्ट ने गलत काम करना शुरू कर दिया.
मुंबई पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार, पीड़िता बोलने में असमर्थ होने के साथ ही शारीरिक तौर पर भी दिव्यांग है. वह आरोपी की क्लिनिक पर इलाज के लिए आती थी. उन्होंने बताया कि आरोपी फिजियोथेरेपिस्ट ने लड़की के साथ करीब एक साल से अधिक समय तक कथित तौर पर दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया. इस घटना का खुलासा तब हुआ, जब लड़की ने मोबाइल फोन के जरिए अपने माता-पिता को एक मैसेज भेजकर इसकी जानकारी दी.
पुलिस के अधिकारी ने बताया कि घटना से हैरान उसके माता-पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और लड़की ने भी पुलिस को अपराध की जानकारी दी. मामले की जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि जब भी पीड़िता आरोपी के क्लिनिक पर जाती थी, तो वह कथित तौर पर उससे दुष्कर्म करता था. उन्होंने बताया कि उसके माता पिता हमेशा फिजियोथेरेपिस्ट के केबिन के बाहर बैठते थे और इसलिए वे होने वाले इस अपराध से अनजान थे. उन्होंने बताया कि आशंका है कि आरोपी ने अन्य बच्चों के साथ भी ऐसा ही घिनौना काम किया होगा.
अधिकारी ने कहा कि लड़की के माता-पिता द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस ने आरोपी को उसके क्लिनिक से पकड़ लिया है और उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की की धारा 376 (बलात्कार) सहित विभिन्न धाराओं और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया. उन्होंने बताया कि बाद में आरोपी को स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.