मुंबई : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर मिले विस्फोटक वाहन मामले और ठाणे के व्यापारी मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में गिरफ्तार मुंबई के सहायक पुलिस इंस्पेक्टर रियाज हिसमुद्दीन काजी को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. मुंबई पुलिस आयुक्त हेमंत नगराले की ओर से शुक्रवार को भारत दंड संहिता की धारा 311(2) (बी) के तहत बिना किसी विभागीय जांच के ही काजी को बर्खास्त करने का आदेश जारी कर दिया गया है. बर्खास्त रियाज काजी पूर्व सहायक पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वाजे का बेहद करीबी बताया जा रहा है.
हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के अनुसार, काजी एंटीलिया विस्फोटक और ऑटोपार्ट्स डीलर हिरेन की हत्या के मामले में एनआईए द्वारा पहले से गिरफ्तार सचिन वाजे का बेहद करीबी है. काजी के पहले मुंबई पुलिस ने पिछले 11 मई को भी बर्खास्त कर दिया था. काजी को एनआईए ने इस मामले में 11 अप्रैल को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. वह मुंबई क्राइम ब्रांच की क्राइम इंटेलीजेंस यूनिट (सीआईयू) में पदस्थापित था, जब सचिन वाजे इस यूनिट का नेतृत्व कर रहा था.
इस साल की 25 फरवरी को उद्योगपति मुकेश अंबानी के दक्षिण मुंबई स्थित आवास एंटीलिया के पास एक महिंद्रा स्कॉर्पियो को छोड़ दिया गया था, जिसमें जिलेटिन की 20 छड़ें और उद्योगपति के परिवार को संबोधित एक धमकी भरा पत्र था.
सचिन वाजे इस मामले की जांच नेतृत्व कर रहा था, जिसे बाद में महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) के हाथों सौप दिया गया था. इसके बाद 8 मार्च को एनआईए ने इस मामले को अपने हाथ में लिया और इसके तीन दिन बाद एसयूवी से संबंधित हिरेन मुंब्रा के पास नाले में मृत पाया गया था. एनआईए ने एंटीलिया मामले में संलिप्तता पाए जाने के बाद 13 मार्च को वाजे को गिरफ्तार कर लिया.
Posted by : Vishwat Sen