Sharad Pawar बारामती में NCP (शरद चंद्र प्रवार) प्रमुख शरद पवार ने कहा, मैं सत्ता में नहीं हूं, मैं राज्यसभा का सदस्य हूं. लेकिन अब मेरा कार्यकाल सिर्फ डेढ़ साल का बचा है. डेढ़ साल बाद मुझे सोचना होगा कि मैं फिर से राज्यसभा जाऊंगा या नहीं. मैं लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ूंगा. मैं अब कोई चुनाव नहीं लड़ूंगा. मैंने अब तक 14 चुनाव लड़े हैं. आपने मुझे इनमें से किसी भी चुनाव में घर नहीं जाने दिया, आपने मुझे सभी चुनावों में जिताया. आपने मुझे हर चुनाव जिताया, लेकिन मुझे कहीं न कहीं रुकना होगा. नई पीढ़ी को लाना चाहिए. लेकिन इसका मतलब है कि मैंने समाज सेवा नहीं छोड़ी है. मुझे सत्ता नहीं चाहिए, लेकिन मैंने लोगों की सेवा करना नहीं छोड़ा है.
Sharad Pawar: भविष्य के लिए तैयारी करने का समय आ गया
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, अब, भविष्य के लिए तैयारी करने का समय आ गया है. हमें ऐसे नेतृत्व को तैयार करने की जरूरत है जो अगले 30 वर्षों तक काम करे. उन्होंने कहा कि हर किसी को अवसर मिलना चाहिए और उन्होंने कभी किसी को पीछे नहीं रखा.
अजित के काम पर कोई संदेह नहीं : पवार
शरद पवार ने मंगलवार को बारामती में किये गये उपमुख्यमंत्री अजित पवार के काम की सराहना की, लेकिन इस बात पर जोर दिया कि इस क्षेत्र को अगले तीन दशकों तक विकास के लिए एक नए नेतृत्व की जरूरत है. पवार ने कहा, आपने मुझे एक या दो बार नहीं बल्कि चार बार मुख्यमंत्री बनाया है. आपने मुझे 1967 में निर्वाचित किया था, और मैंने महाराष्ट्र के लिए काम करने से पहले 25 साल तक यहां काम किया. मैंने सभी स्थानीय शक्तियां अजीत दादा को सौंप दीं, उन्हें सौंप दिया सभी निर्णय, स्थानीय निकायों, चीनी और दुग्ध निकायों के लिए कार्यक्रमों और चुनावों की योजना बनाने के लिए. उन्होंने कहा कि अजित पवार ने 25 से 30 साल तक इस क्षेत्र में काम किया और उन्होंने जो काम किया, उसमें कोई संदेह नहीं है.
शरद पवार के पोते युगेंद्र पवार हैं चुनावी मैदान में
पवार पार्टी उम्मीदवार और अपने पोते युगेंद्र पवार के लिए प्रचार कर रहे थे, जो 20 नवंबर को होने जा रहे विधानसभा चुनाव में अपने चाचा अजित को टक्कर देने के लिये तैयार हैं. युगेंद्र पवार अजित के छोटे भाई श्रीनिवास पवार के बेटे हैं.
अजित पवार पर शरद पवार ने साधा निशाना
अजित पवार पर स्पष्ट रूप से निशाना साधते हुए शरद पवार ने कहा कि अगर कोई कहता रहेगा कि वह सब कुछ ले लेगा, तो लोग कुछ नहीं कहेंगे, लेकिन इसे अस्वीकार कर देंगे. पवार ने आगे कहा कि हालांकि वह हाल ही में वोट मांगने नहीं आए हैं, लेकिन बारामती के लोगों ने उन्हें कभी निराश नहीं किया है. उन्होंने आगे कहा कि यद्यपि हालिया लोकसभा चुनाव कठिन था, क्योंकि यह परिवार के भीतर लड़ा गया था, लेकिन लोगों ने उनकी बेटी सुप्रिया सुले के लिए शानदार जीत सुनिश्चित की और उन्हें विधानसभा चुनावों में भी लोगों के समर्थन का भरोसा है.