शरद पवार ने शिवाजी को लेकर बीएस कोश्यारी के बयान पर साधा निशाना, बोले – सारी हदें पार कर रहे हैं गवर्नर

छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज और राज्यसभा सांसद उदयनराजे भोंसले ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा, जिसमें मराठा योद्धा पर भगत सिंह कोश्यारी की टिप्पणी पर राज्यपाल को उनके पद से बर्खास्त करने की मांग की गई थी.

By KumarVishwat Sen | November 24, 2022 6:03 PM

मुंबई : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने गुरुवार को छत्रपति शिवाजी महाराज पर उनकी टिप्पणी को लेकर भगत सिंह कोश्यारी पर निशाना साधा है. एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र के राज्यपाल ने सभी हदें पार कर दी हैं. उन्होंने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप करने की मांग भी की है. मीडिया को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा कि राज्यपाल ने सारी हदें पार कर दी हैं. राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए. गैर-जिम्मेदाराना बयान देने वाले लोगों को बड़े पद देना गलत है.

शिवाजी के वंशज ने राष्ट्रपति और पीएम को लिखी चिट्ठी

इसके अलावा, छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज और राज्यसभा सांसद उदयनराजे भोंसले ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा, जिसमें मराठा योद्धा पर भगत सिंह कोश्यारी की टिप्पणी पर राज्यपाल को उनके पद से बर्खास्त करने की मांग की गई थी. राज्यपाल और भाजपा के प्रवक्ता द्वारा दिए गए बयान राष्ट्र की मान्यताओं के बहुत विरोधाभासी हैं, यह केवल तभी उचित होगा, जब आप महाराष्ट्र के राज्यपाल को हटाने के उपाय कर सकें. इस मौजूदा गतिरोध को हल करने में आपके कार्य और विचार मीलों तक चले जाएंगे महाराष्ट्र और राष्ट्र के लोगों का विश्वास बहाल करते हुए कि आप छत्रपति शिवाजी महाराज में लोगों के विश्वास और विश्वास के साथ एकजुटता से खड़े हैं.

छत्रपति शिवाजी महाराज पुराने दिनों के आदर्श : बीएस कोश्यारी

बता दें कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने पिछले हफ्ते औरंगाबाद के डॉ बाबासाहेब अम्बेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि छत्रपति शिवाजी महाराज पुराने दिनों के आदर्श थे. उनके इस बयान की एनसीपी और उद्धव ठाकरे नीत शिवसेना गुट ने आलोचना की थी. उनके इस बयान पर शरद पवार ने कहा कि जब मैंने छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में उनकी टिप्पणी सुनी. अब उन्होंने सारी हदें पार कर दी हैं. उन्होंने कल शिवाजी महाराज की प्रशंसा की थी, लेकिन यह देर से समझ में आया.

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राष्ट्रपति और पीएम को लेना चाहिए फैसला

एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि मुझे लगता है कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को (कोश्यारी के बारे में) फैसला लेना चाहिए. ऐसे लोगों को महत्वपूर्ण पद नहीं दिए जाने चाहिए. एनसीपी प्रमुख ने कहा कि राज्यपाल का पद एक संस्था का प्रतिनिधित्व करता है और उस पद की गरिमा बनाए रखने के लिए हमने कोश्यारी के खिलाफ पहले कोई टिप्पणी नहीं की. भगत सिंह कोश्यारी गुरुवार से दो दिवसीय दिल्ली दौरे पर हैं.

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