Loading election data...

Shivaji Statue Collapses: ठेकेदार कौन था? शिवाजी की मूर्ति गिरने के बाद विपक्ष का सवाल

Shivaji Statue Collapses: महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी की मूर्ति गिरने के बाद राजनीति तेज हो गई है. इस बीच भारतीय नौसेना ने मामले को लेकर चिंता व्यक्त की है.

By Amitabh Kumar | August 27, 2024 8:38 AM
an image

Shivaji Statue Collapses: भारतीय नौसेना ने महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी की मूर्ति गिरने की घटना पर चिंता व्यक्त की है. इसने कारण का पता लगाने और मरम्मत कार्य शुरू करने के लिए एक टीम की तैनाती की गई है. नौसेना ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. इस प्रतिमा का अनावरण पिछले साल नौसेना दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था. सिंधुदुर्ग जिले के राजकोट किले में 35 फुट ऊंची प्रतिमा सोमवार दोपहर करीब एक बजे ढह गई.

भारतीय नौसेना ने देर रात एक बयान जारी किया. इसमें कहा गया है कि घटना के कारणों की तुरंत जांच और जल्द से जल्द प्रतिमा की मरम्मत व पुनर्स्थापना के लिए एक टीम तैनात की गई है. भारतीय नौसेना सिंधुदुर्ग के निवासियों को 4 दिसंबर, 2023 को नौसेना दिवस पर समर्पित छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा की क्षति पर गहरी चिंता व्यक्त करती है.

ठेकेदार के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाएगी? : प्रियंका चतुर्वेदी

इस बीच, विपक्षी दलों ने प्रतिमा निर्माण कार्य की घटिया गुणवत्ता को लेकर महाराष्ट्र की महायुति गठबंधन सरकार और बीजेपी पर हमला जारी रखा है. शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने सवाल किया कि मूर्ति निर्माण का ठेका देने में कितने करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार किया गया. प्रियंका चतुर्वेदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर प्रदेश सरकार से सवाल दागे. उन्होंने लिखा- ठेकेदार कौन था? क्या यह सच है कि काम ठाणे स्थित ठेकेदार को दिया गया था? ठेकेदार के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाएगी? ठेकेदार ने ‘खोखे सरकार’ को कितना ‘खोखा’ दिया?

ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने इस घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. असदुद्दीन ओवैसी ने एक्स पर लिखा- नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन की गई 35 फीट ऊंची शिवाजी प्रतिमा ढह गई. यह मोदी सरकार द्वारा बनाए गए बुनियादी ढांचे की खराब गुणवत्ता को दर्शाती है. शिवाजी समानता और धर्मनिरपेक्षता के प्रतीक थे, उनकी प्रतिमा का गिरना नरेंद्र मोदी की शिवाजी के दृष्टिकोण के प्रति प्रतिबद्धता की कमी को दिखाती है.

Read Also : PM Modi in Maharashtra : पीएम मोदी ने कहा- महिला अपराधों पर बना रहे हैं सख्त कानून

Exit mobile version