क्या महाराष्ट्र में गिर जायेगी सरकार? सोनिया की चिट्ठी से नाराज एनसीपी ने कही यह बात

मुंबई : कांग्रेस पार्टी (Congress) की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को एक चिट्ठी लिखी है. इस चिट्ठी के बाद सरकार की सहयोगी पार्टी एनसीपी (NCP) नाराज दिख रही है. चिट्ठी में सोनिया ने ठाकरे से सामाजिक रूप से पिछड़े लोगों से किये गये वादे को पूरा करने की मांग की है. बता दें कि महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी गठबंधन की सरकार है. एनसीपी भी उसका हिस्सा है. सोनिया की चिट्ठी से नाराज एनसीपी को कांग्रेस ने कहा है कि इस चिट्ठी को टकराव के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 20, 2020 9:45 AM
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मुंबई : कांग्रेस पार्टी (Congress) की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को एक चिट्ठी लिखी है. इस चिट्ठी के बाद सरकार की सहयोगी पार्टी एनसीपी (NCP) नाराज दिख रही है. चिट्ठी में सोनिया ने ठाकरे से सामाजिक रूप से पिछड़े लोगों से किये गये वादे को पूरा करने की मांग की है. बता दें कि महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी गठबंधन की सरकार है. एनसीपी भी उसका हिस्सा है. सोनिया की चिट्ठी से नाराज एनसीपी को कांग्रेस ने कहा है कि इस चिट्ठी को टकराव के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए.

शनिवार को एनसीपी की ओर से कहा गया कि हो सकता है सोनिया ने अपने मंत्रियों की शिकायत के बाद यह चिट्ठी लिखी है. सोनिया ने अपने पत्र में न्यूनतम साझा कार्यक्रम का जिक्र किया है. राज्य में मंत्री और राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि संभव है कि कुछ कांग्रेस नेताओं ने सोनिया गांधी से शिकायत की हो. उन्होंने कहा कि गठबंधन न्यूनतम साझा कार्यक्रम के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण कुछ विकास कार्यों के बजटीय आवंटन में कटौती की गयी है.

सोनिया ने 14 दिसंबर को लिखे अपने पत्र में अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) पेशेवरों के लिए सरकारी ठेकों में आरक्षण सहित अन्य कदमों पर जोर दिया है. उन्होंने आबादी के हिसाब से बजट का प्रावधान करने का भी आग्रह किया है. हालांकि शिवसेना ने इस पत्र का स्वागत किया है. लेकिन एनसीपी का कहना है कि कांग्रेस के भी विधायक मंत्री पद पर हैं और उन्हें पहले इह मामले को समन्वय समिति के सामने लाना चाहिए था.

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एनसीपी ने इस चिट्ठी को कांग्रेस का आंतरिक कलह करार दिया है और कहा है कि कांग्रेस में आंतरिक कलह कोई नई बात नहीं है. बता दें कि तीनो सहयोगी दलों ने जनवरी 2021 में होने वाले पंचायत चुनाव में अलग-अलग चुनाव लड़ने की घोषणा की है. जबकि पूर्व में उद्धव ठाकरे ने कहा था कि महाराष्ट्र के सभी चुनाव अब महाविकास अघाड़ी एक साथ लड़ेगी.

इधर, जानकारों का कहना है कि कांग्रेस को ऐसा लगता है कि महाराष्ट्र सरकार में कांग्रेस को दरकिनार किया जा रहा है. शिव सेना और एनसीपी ही सरकार को चला रहे हैं. इससे कांग्रेस के कई विधायक नाराज भी है और लगातार सोनिया गांधी तक इस मामले को पहुंचाया जा रहा है.

Posted By: Amlesh Nandan.

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