तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल व्यक्ति ने कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद की आत्महत्या
30 वर्षीय व्यक्ति ने खुद के कोरोना वायरस संक्रमित होने का पता चलने के बाद महाराष्ट्र के अकोला जिले के सरकारी अस्पताल में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली
दिल्ली में तबलीगी जमात के धार्मिक कार्यक्रम में शामिल 30 वर्षीय व्यक्ति ने खुद के कोरोना वायरस संक्रमित होने का पता चलने के बाद महाराष्ट्र के अकोला जिले के सरकारी अस्पताल में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली.
अकोला गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (जीएमसीएच) के डीन डॉ अपूर्व पावड़े ने बताया कि असम के नगांव जिले का रहने वाला यह शख्स छह से आठ मार्च के बीच दिल्ली में था जहां वह निजामुद्दीन में आयोजित धार्मिक सभा में शामिल हुआ था.
पाड़वे ने कहा कि उसे सात अप्रैल को यहां जीएमसीएच में भर्ती कराया गया था और शुक्रवार को कोरोना वायरस की जांच में संक्रमित पाया गया. उन्होंने कहा, “शनिवार को सुबह पांच बजे पीड़ित ने कथित तौर पर ब्लेड से अपना गला काट लिया. अस्पताल के एक कर्मचारी ने उसे शौचालय की फर्श पर पड़ा देखा. ऑपरेशन के दौरान सुबह आठ बजे के करीब उसकी मौत हो गई.
” अधिकारी ने बताया कि इलाज के दौरान वह तनाव में था और चिकित्सीय विशेषज्ञ उसकी काउंसलिंग कर रहे थे. यहां कोतवाली पुलिस थाने के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह आत्महत्या का मामला लगता है और इस दिशा में जांच जारी है. अन्य अधिकारी ने कहा कि नौ मार्च से सात अप्रैल के बीच, यह शख्स यहां बोलापुर कस्बे के एक मदरसे में रहा और उसके संपर्क में आए लोगों को जीएमसीएच रेफर किया गया है.
अकोला के जिलाधिकारी जितेंद्र पापलकर ने कहा कि मृतक के परिवार के सदस्यों से लिखित अनुमति मिलने के बाद उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा. अकोला जिल में अब तक 13 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है. गौरतलब है कि कोरोना की वजह से कोई पैनिक न हो इसके लिए प्रशासन ने कोरोना पर गलत अफवाह उड़ाने वालों पर कार्रवाई कर रही है. और मीडिया को भी ये सख्त हिदायत दी गयी है कि कोई भी कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति की पहचान न बताई जाए.
आपको बता दें कि तबलीगी जमात के आने बाद ही भारत में कोरोना मरीजों की संख्या में जबरदस्त तेजी आई है. कल ही दिल्ली ;पुलिस ने पुरानी दिल्ली के चाँदनी महल में 102 लोगों को पकड़ा गया जिसमें से 52 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए