मुंबई : महाराष्ट्र विधानसभा का दो दिवसीय शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है. सत्र शुरू होने की पूर्व संध्या पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने एक दूसरे को निशाने पर लेते हुए हमला बोला है.
Devendra Fadnavis alleged that there is an undeclared emergency in Maharashtra. So, what is happening in Delhi? You are calling 'annadata' as terrorists. Anyone who calls farmers as terrorists is not worth being called a human: Maharashtra CM Uddhav Thackeray pic.twitter.com/or4pc8PNgM
— ANI (@ANI) December 13, 2020
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि देवेंद्र फडणवीस ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में अघोषित आपातकाल है. तो, दिल्ली में क्या हो रहा है? आप ‘अन्नदाता’ को आतंकवादी कह रहे हैं. जो भी किसानों को आतंकवादी कहता है, वह इंसान कहलाने लायक नहीं है.
वहीं, महाराष्ट्र के महाविकास आघाड़ी सरकार पर हमला बोलते हुए देवेंद्र फडणावीस ने कहा है कि कल से राज्य विधानसभा का दो दिन का सत्र है. कम-से-कम दो सप्ताह के सत्र की हमारी मांग को ठुकरा दिया गया. यह सरकार चर्चा से घबराती है. जो सरकार किसान और महिलाओं के प्रश्नों पर बात नहीं करती, हम उसके चाय-पान में नहीं जायेगे. हमने चाय-पान का बहिष्कार किया है.
उन्होंने कहा है कि मराठा आरक्षण पर इस सरकार की नीति पूरी तरह से ढुलमुल रही है. इसकी नीति के कारण ही मराठा आरक्षण जो हाईकोर्ट से वैध तय हुआ था, उस पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी. इसके साथ ही सरकार के विधायक और मंत्री ओबीसी आरक्षण पर प्रश्नचिह्न लगा रहे हैं. ओबीसी समाज में आरक्षण छिनने का डर है.
मराठा आरक्षण पर इस सरकार की नीति पूरी तरह से ढुलमुल रही है। इसकी नीति के कारण ही मराठा आरक्षण जो HC से वैध तय हुआ था उस पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी। इसके साथ ही सरकार के विधायक और मंत्री OBC आरक्षण पर प्रश्नचिन्ह लगा रहे हैं। OBC समाज में आरक्षण छिनने का डर है: देवेंद्र फडणवीस https://t.co/r2v4JdpIxJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 13, 2020
मालूम हो कि केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कहा था कि आंदोलन अब किसानों का नहीं रहा, क्योंकि इसमें ”वामपंथी और माओवादी तत्व घुस आये हैं” जो ”राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में” जेल में बंद लोगों की रिहाई की मांग कर रहे हैं.