Maharashtra: ‘2024 का लोकसभा चुनाव बन सकता है देश का आखिरी चुनाव’, जानिए उद्धव ठाकरे ने ऐसा क्यों कहा ?
उद्धव ठाकरे ने कहा है कि महाराष्ट्र में मौजूदा परिदृश्य नहीं रोका गया तो 2024 का लोकसभा चुनाव देश का आखिरी चुनाव साबित हो सकता है क्योंकि इसके बाद यहां अराजकता शुरू हो जाएगी. आगे उन्होंने कहा कि मेरा सब कुछ लुट गया है. हमारी पार्टी का नाम और चिन्ह चोरी हो गया है लेकिन 'ठाकरे' नाम चोरी नहीं हो सकता.
Maharashtra: महाराष्ट्र में वर्तमान राजनीति पर बयानबाजी शुरू है. ऐसे में उद्धव ठाकरे ने कहा है कि अगर महाराष्ट्र में मौजूदा परिदृश्य नहीं रोका गया तो 2024 का लोकसभा चुनाव देश का आखिरी चुनाव साबित हो सकता है क्योंकि इसके बाद यहां अराजकता शुरू हो जाएगी. आगे उन्होंने कहा कि मेरा सब कुछ लुट गया है. हमारी पार्टी का नाम और चिन्ह चोरी हो गया है लेकिन ‘ठाकरे’ नाम चोरी नहीं हो सकता. चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ हमने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है, कल से सुनवाई शुरू होगी.
Everything has been stolen from me. The name and symbol of our party have been stolen but the name 'Thackeray' cannot be stolen. We have moved the Supreme Court against the decision given by the Election Commission, the hearing will start from tomorrow: Uddhav Thackeray pic.twitter.com/1KoJ9Ustdu
— ANI (@ANI) February 20, 2023
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले दल को ‘शिवसेना’ नाम और ‘धनुष बाण’ चुनाव चिह्न दिये जाने के बाद उद्धव ठाकरे ने अपनी पार्टी की आगे की रणनीति तय करने के लिए सोमवार को करीबी सहयोगियों के साथ यहां शिवसेना भवन में बैठक की. शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत, सुभाष देसाई, अनिल देसाई और अनिल परब ने उद्धव ठाकरे के साथ बैठक में भाग लिया.
Also Read: Shiv Sena: शरद पवार ने कहा, ‘विवाद में नहीं पड़ना चाहूंगा’, उद्धव ठाकरे ने बताया था ‘लोकतंत्र के लिए घातक’ जिलास्तरीय नेताओं को भी विचार-विमर्श करने के लिए बुलायाठाकरे ने अनेक जिलास्तरीय नेताओं को भी आगे की रणनीति पर विचार-विमर्श करने के लिए बुलाया है. निर्वाचन आयोग ने सोमवार को शिंदे की अगुवाई वाले धड़े को असली शिवसेना की मान्यता दी और उसे ‘धनुष बाण’ चुनाव चिह्न आवंटित किये जाने का आदेश भी दिया.
Also Read: Maharashtra: भगत सिंह कोश्यारी के इस्तीफे पर बोले संजय राउत, नए गवर्नर से संविधान के अनुसार काम करने की उम्मीद उद्धव ठाकरे को लगा बड़ा झटकाइससे उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका लगा है जिनके पिता बालासाहेब ठाकरे ने 1966 में पार्टी की स्थापना की थी. पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा था कि निर्वाचन आयोग के इस फैसले को लेकर सभी राजनीतिक दलों को आंखें खुली रखनी चाहिए और चौकन्ना रहना चाहिए.