मुंबई से एक ऐसी खबर आ रही है जो चर्चा का विषय बन गयी है. दरअसल एक स्वास्थ्य सेवा कंपनी के साथ काम करने वाली एक 40 वर्षीय कार्यकारी सहायक को कुछ काम सौंपा गया था. उसे कंपनी की वार्षिक बैठक समारोह के लिए शराब का ऑर्डर देने का काम दिया गया था. काम सौंपे जाने से वो उत्साहित थी. उसने ऑनलाइन शराब की खरीदारी करने का प्लान बनाया और इसके लिए दुकान भी खोज ली. उसे शायद ये पता नहीं था कि शराब को खरीदने में उसे 2 लाख रुपये तक खर्च करने पड़ सकते हैं.
रिवारा लैब्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ काम करने वाली शिकायतकर्ता पूजा प्रसाद ने कफ-परेड पुलिस को सूचित किया कि मीरा रोड के जीसीसी होटल और क्लब में उनकी कंपनी की वार्षिक बैठक के लिए उन्हें शराब ऑर्डर करने का काम सौंपा गया था और क्लब ने उन्हें बाहर से शराब लाने को कहा था. उसने ऑनलाइन नंबर पाया और शराब का ऑडर दे दिया. उसने रेड वाइन, व्हिस्की, बीयर और वोदका की बोतलों का ऑर्डर दिया, जिसका बिल 21,994 रुपये आया.
जब उसने फोन करने वाले से बिल पेमेंट के बारे में पूछा तो उधर से जवाब आया कि वह उसे क्रेडिट कार्ड की फ्रंट फोटो भेज दे. कॉल करने वाले ने कहा कि डिलीवरी मिलने के बाद आप कार्ड स्वाइप कर हमें भुगतान कर सकते हैं. जैसे ही उसने कॉल डिस्कनेक्ट किया तो उसे मैसेज आया कि उसके खाते से 21,994 रुपये डेबिट हो गये हैं. उसने फिर नंबर पर कॉल किया. उस व्यक्ति ने उससे कहा कि यदि उसके खाते से कोई राशि डेबिट की जाती है, तो उसे वापस कर दिया जाएगा क्योंकि यह उनके रिकॉर्ड में नहीं दिखा रहा था. उसने उससे कहा कि अगर उसे शराब की डिलीवरी की जरूरत है, तो उसे तुरंत पैसे देना चाहिए, नहीं तो ऑर्डर रद्द कर दिया जाएगा.
इस तरह से महिला ने तीन बार बात मानी और तीन क्रेडिट कार्ड का उपयोग कर दिया. इस तरह महिला ठगी का शिकार हो गई. इस तरह महिला को करीब दो लाख की चपत लग गई. इसके बाद जब वो शराब की दुकान में पहुंचीं तो वहां पता चला कि शराब दुकान की वेबसाइट हैक कर ली गयी है और नंबर बदल दिया गया है. इस संबंध में महिला ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है. अभी मामले की जांच की जा रही है.