महाशिवरात्रि पर धनबाद में बाबा भोलेनाथ की धूमधाम से निकली बारात, भूत-बेताल बने बाराती, रात्रि में मां गौरा संग ब्याह

Mahashivratri 2024: महाशिवरात्रि पर धनबाद में बाबा भोलेनाथ की धूमधाम से बारात निकली. भूत-बेताल बाराती बने. रात्रि में मां गौरा के साथ इनका ब्याह हुआ.

By Guru Swarup Mishra | March 8, 2024 10:21 PM

Mahashivratri 2024: धनबाद-महाशिवरात्रि पर पूरा कोयलांचल शुक्रवार को शिवमय हो गया. बाबा के भक्तों ने श्रद्धा पूर्वक शिवरात्रि मनायी. शिवालयों व अन्य मंदिरों में विशेष अनुष्ठान किये गये. ॐ नम: शिवाय से पूरा वातावरण गुंजायमान हो गया. संध्या में धूमधाम से बाबा भोले की बारात निकली. भूत-बेताल के वेश में श्रद्धालु बाराती बने. रात में मां गौरा के साथ बाबा भोले का विवाह हुआ, मंगल गीत गाये गये. इससे पूर्व दिन भर लोगों ने पूजा अर्चना की. सुबह पांच बजे से ही कोयलांचल के मंदिर व शिवालय भक्तों के लिए खोल दिये गये थे. बड़ी संख्या में भक्तगण शिवालय पहुंचे व पूजा अर्चना कर शिवलिंग का अभिषेक किया. महिलाओं ने अखंड सुहाग व संतान की लंबी आयु के लिए पूजा अर्चना की, तो कुंवारी कन्याओं ने इच्छित वर की कामना की. शिवालयों में रूद्राभिषेक किया गया. बेलपत्र, अकवन फूल, धतुरा का फल, बेल, अक्षत, अबीर, भांग, गाजर, बेर, मिसरीकंद से देवों के देव महादेव की पूजा की गयी. संध्या में देर तक कीर्तन भजन का दौर चला. कहीं-कहीं जागरण भी किया गया.

शिवालयों में हुए अनुष्ठान
त्रिमूर्ति मंदिर विनोद नगर से महाशिवरात्रि पूजा कमेटी के तत्वावधान में बाबा की बारात निकाली गयी. इसमें भूत बेताल बने शिव भक्त खूब झूमे. बारात नगर भ्रमण कर मंदिर पहुंची. संध्या में भंडारा का प्रसाद वितरण किया गया. रात्रि में बाबा का विवाह गौरा संग रचाया गया. अंजनी लला कल्याणेश्वर नाथ महादेव मंदिर झारखंड मैदान से सत्यम शिवम सुंदरम कमेटी ने सजे वाहन पर बाबा की प्रतिमा बैठायी, भव्य झांकी के साथ बारात निकली. पुजारी लव कुमार दुबे ने रात्रि में शुभ विवाह कराया. श्री कल्याणेश्वर महादेव मंदिर सीएमपीएफ कॉलोनी से पुजारी सुखदेव तिवारी ने पूजन कार्य संपन्न कराया. संध्या सात बजे मंदिर परिसर से भव्य बारात निकाली गयी, जो आइआइटी आइएसएम, डीजीएमएस बूढ़ा शिव मंदिर, मानस मंदिर होते हुए परछन कर मंदिर पहुंची. यहां महिलाओं ने बारात का स्वागत किया. उसके बाद भंडारा कराया गया. रात्रि में मां गौरा का विवाह कराया गया. बड़ी संख्या में भक्त विवाह में पहुंचे. शिव शक्ति मंदिर ट्रस्ट धीरेंद्रपुरम में बाबा का रूद्राभिषेक किया. रात्रि में सुंदर कांड का पाठ प्रारंभ हुआ. माता पार्वती संग भोलेनाथ का विवाह हुआ.



विभिन्न मंदिरों में हुआ बाबा का शृंगार
खड़ेश्वरी मंदिर गोल्फ ग्राउंड में सुबह से ही भक्तों का आना जाना प्रारंभ हो गया. बाबा का रूद्राभिषेक ईख, गंगाजल, मधु, दही से किया गया. भस्म व अकवन के फुलों से उनका शृंगार किया गया. भजन मंडली ने भजन कीर्तन किया. रात्रि पंडित में मनोज पांडेय ने शिव विवाह कराया. दीनेश्वर महादेव मंदिर पुलिस लाइन से निकली बारात में मोहक झांकी भी थी. बारात डीजीएमएस बूढ़ा शिव मंदिर होते हुए वापस पुलिस लाइन मंदिर पहुंची. डीजीएमएस परिसर स्थित बूढ़ा शिव मंदिर में सुकदेव तिवारी के आचार्यत्व में भक्तों ने पूजा की.



बर्फ का शिवलिंग बनाया गया
विशुनपुर श्रीश्री सार्वजनिक महाशिवरात्रि पूजा समिति ने शाम में बाबा की बारात निकाली गयी. बाबा बर्फानी सेवा दल हीरापुर की और से बर्फ से शिवलिंग बनाया गया. शिव बारातियों के लिए शीतल पेय, शरबत, मिल्क सेक, नींबू पानी व जल, भांग के शरबत की व्यवस्था थी. पार्क मार्केट के दुकानदारों ने विवेकानंद चौक हीरापुर में विवेकानंद चौक समिति बनाकर शिव भक्तों का स्वागत किया. राम मंदिर बनाया. भक्तों के लिए सिकंजी, शीतल पेय, ठंडई की व्यवस्था की गयी. खिचड़ी भोग बांटा गया. इसके अलावा पुटकी, गोविंदपुर व बरवाड्डा के शिवालयों में भी भक्तों की भीड़ उमड़ी. भक्त जगह-जगह शिव बारात में शामिल हुए. मटकुरिया शिव मंदिर से शिव बारात निकली.

भूईफोड़ मंदिर में हुई चार पहर की पूजा
भूईफोड़ मंदिर में महाशिवरात्रि पर भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी. यहां दूर-दराज से भी भक्त पहुंचे थे. सुबह चार बजे मंगला आरती से पूजा प्रारंभ हुई. पूरे दिन भक्तों का आवागमन होता रहा. मंदिर के पुजारी ने संध्या आरती के बाद चार पहर की पूजा प्रारंभ की. पहले पहर की पूजा रात्रि नौ बजे दूध से, द्वितीय पहर की पूजा रात्रि बारह बजे दही से, तृतीय पहर की पूजा रात्रि एक बजे मधु से व चौथे पहर की पूजा सुबह चार बजे घी से अभिषेक कर की गयी. उसके बाद महाआरती की गयी. भक्तों के बीच प्रसाद वितरित किया गया.

शक्ति मंदिर में बाबा का रूद्राभिषेक
शक्ति मंदिर में बाबा भोलेनाथ का रूद्राभिषेक किया गया. वेदाचार्य रमेश चंद्र त्रिपाठी के आचार्यत्व में राजीव सचदेवा व उनकी पत्नी नीलम सचदेवा ने भोलेनाथ का आह्वान किया. उसके बाद बाबा का शृंगार भांग, भस्म, अकवन व रजनीगंधा के फूलों से किया गया. मौके पर भक्तों के लिए फलाहार प्रसाद की व्यवस्था की गयी थी. मौके पर कमेटी के पदाधिकारी सेवादार एवं भक्तगण उपस्थित थे.

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