पश्चिम बंगाल : सिख पुलिस अधिकारी को खालिस्तानी कहने पर विवाद, ममता बनर्जी ने की कड़ी निंदा

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले ही अपने एक्स हैंडल पर इस टिप्पणी की निंदा कर चुकी हैं. सिखों के एक वर्ग ने कोलकाता में भाजपा कार्यालय और आसनसोल में अग्निमित्रा के घर के सामने विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया.

By Shinki Singh | February 20, 2024 6:37 PM

भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) को पश्चिम बंगाल में उत्तर 24 परगना जिले के अशांत संदेशखाली का दौरा करने से रोकने के लिए धमखाली में तैनात एक सिख आईपीएस अधिकारी को भाजपा कार्यकर्ताओं के एक समूह द्वारा कथित तौर पर ‘खालिस्तानी’ कहा गया जिससे अधिकारी आक्रोशित हो गए. अधिकारी के साथ मौजूद भाजपा विधायक अग्निमित्र पॉल ने दावा किया कि पुलिस अधिकारी अपने कर्तव्यों का पालन नहीं कर रहे थे और इस आरोप को खारिज कर दिया कि भाजपा समर्थकों ने उन्हें ‘खालिस्तानी’ कहा था.

भाजपा हमेशा करती विभाजनकारी राजनीति पर कार्य

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा की विभाजनकारी राजनीति ने संवैधानिक सीमाओं को लांघ दिया है. ममता बनर्जी ने सिखों की प्रतिष्ठा को धूमिल करने के दुस्साहसिक प्रयास की निंदा की और कहा कि उन्हें हमारे राष्ट्र के लिए उनके बलिदान और अटूट दृढ़ संकल्प के लिए सम्मान दिया जाता है. आईपीएस अधिकारी जसप्रीत सिंह अपनी टीम के साथ धमखाली में तैनात थे और उन्होंने शुभेंदु अधिकारी को कालिंदी नदी के पार स्थित संदेशखालि जाने से रोकने के लिए बैरिकेड लगाए थे. जसप्रीत सिंह को भाजपा समर्थकों के एक समूह द्वारा कथित तौर पर “खालिस्तानी” कहा गया. यदि कोई पुलिस अधिकारी पगड़ी पहनता है और अपना कर्तव्य ईमानदारी से निभाता है, तो वह आपके लिए खालिस्तानी बन जाता है? आपको शर्म आनी चाहिए.

ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक वीडियो क्लिप किया साझा

ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक वीडियो क्लिप साझा किया और कहा कि भाजपा की विभाजनकारी राजनीति ने सभी संवैधानिक सीमाएं लांघ दी हैं.उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘आज भाजपा की विभाजनकारी राजनीति ने संवैधानिक सीमाओं को बड़ी ही बेशर्मी से लांघ दिया. भाजपा के अनुसार पगड़ी पहनने वाला हर व्यक्ति खालिस्तानी है. मैं हमारे सिख भाइयों और बहनों की प्रतिष्ठा को धूमिल करने के इस दुस्साहसिक प्रयास की कड़ी निंदा करती हूं जिन्हें हमारे राष्ट्र के लिए उनके बलिदानों और अटूट दृढ़ संकल्प के लिए सम्मान दिया जाता है.’’मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हम बंगाल के सामाजिक सौहार्द की रक्षा के लिए दृढ़ हैं और इसे बाधित करने के किसी भी प्रयास को रोकने के लिए सख्त कानूनी कदम उठाएंगे.

शुभेंदु अधिकारी ने आरोपों को किया खारिज

भाजपा ने हालांकि इस आरोप को खारिज कर दिया और पुलिस अधिकारी पर संविधान के अनुसार अपना कर्तव्य नहीं निभाने का आरोप लगाया. पॉल ने कहा, “किसी ने भी उनके साथ दुर्व्यवहार नहीं किया है या खालिस्तानी शब्द का इस्तेमाल नहीं किया है. वह एक मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहे हैं. शुभेंदु अधिकारी ने आरोपों को किया खारिज, कहा, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ओछी राजनीति कर रहीं है. पुलिस अधिकारी संविधान के अनुसार अपना कर्तव्य नहीं निभा रहे थे. इस बीच, तृणमूल कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि सिख समुदाय के सदस्यों ने ‘खालिस्तानी’ टिप्पणी के विरोध में कोलकाता में मुरलीधर लेन पर भाजपा के प्रदेश मुख्यालय का घेराव करने की योजना बनायी है.

Next Article

Exit mobile version