बिहार: NDA में कमजोर पड़ी पार्टी तो बिछड़ने लगे पारस के साथी, सांसद के बाद अब प्रदेश महासचिव ने भी छोड़ा साथ
बिहार NDA में सीट शेयरिंग की हलचल के बीच पशुपति पारस की पार्टी का साथ कई नेता अब छोड़ रहे हैं.
लोकसभा चुनाव 2024 की रणभेरी बज चुकी है. चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जा चुका है. बिहार में 40 सीटों पर घमासान होना है और प्रमुख लड़ाई महागठबंधन और एनडीए ( NDA) के बीच ही देखी जा रही है. दोनों खेमों ने सीट शेयरिंग पर फिलहाल कोई घोषणा नहीं की है. इस बीच एनडीए में लोजपा के दोनों धड़ों की लड़ाई में चिराग पासवान की पार्टी फ्रंट फुट पर तो पशुपति पारस की पार्टी बैकफुट पर दिख रही है. चिराग पासवान ने सीट बंटवारे को लेकर भाजपा से बात बन जाने का दावा किया तो पशुपति पारस की टेंशन बढ़ गयी. उनके बयानों से ऐसा प्रतीत होता है कि उनकी पार्टी को अधिक तवज्जो नहीं दी गयी. सियासी प्रकरण को देखते हुए पशुपति पारस गुट के कई नेताओं ने उनका साथ भी छोड़ना शुरू कर दिया है.
चिराग को अधिक तवज्जो मिलने से बढ़ी पारस की चिंता
चिराग-पारस की चल रही लड़ाई के बीच जब सीट शेयरिंग को लेकर अंतिम फैसला लेने का समय आया तो भाजपा ने चिराग पासवान को अधिक तवज्जो दी. अभी सीट बंटवारे का फैसला सामने नहीं आया है. लेकिन चल रहे सियासी प्रकरण से ऐसा ही कुछ प्रतीत हो रहा है. चिराग पासवान ने जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद सीट बंटवारे पर बात बन जाने का दावा किया तो वहीं इस मुलाकात के बाद ही पशुपति पारस ने कहा कि अगर हमें तरजीह नहीं दी जाती है तो हम कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र हैं. अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं की निराशा का जिक्र करते हुए उन्हें भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से आग्रह तक किया.
खगड़िया सांसद ने की बगावत, चिराग से की मुलाकात
वहीं जब चिराग पासवान को अधिक तवज्जो मिलने की बात चर्चे में आयी तो पशुपति पारस की पार्टी के कई नेताओं ने भी खेमा बदलना शुरू कर दिया. पहले खगड़िया के सांसद महबूब अली कैसर ने बगावत की और चिराग पासवान से जाकर मुलाकात की. उन्होंने चिराग पासवान को बधाई दी और मीडिया से बातचीत में कहा कि अगर टिकट मिला तो चिराग पासवान की पार्टी से चुनाव लड़ेंगे. महबूब अली कैसर ने चिराग पासवान की जमकर तारीफ की थी.
प्रदेश महासचिव संग कई कार्यकर्ताओं ने पारस का छोड़ा साथ
वहीं सांसद महबूब अली कैसर के बाद अब राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (पारस गुट) के प्रदेश महासचिव शक्ति पासवान ने भी पशुपति पारस का साथ छोड़ दिया. शक्ति पासवान संग कई नेताओं ने रविवार को हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा का दामन थामा. मंत्री डॉ संतोष कुमार सुमन ने सदस्यता दिलायी. मौके पर मंत्री ने कहा कि पार्टी में आने से निश्चित तौर पर पार्टी मजबूत होगी. प्रियरंजन कुमार सिन्हा, रीना देवी व राकेश सिंह ने सदस्यता ग्रहण की.