खगड़िया जिले से 50,000 रुपये का इनामी नक्सली मनोज सदा चढ़ा पुलिस के हत्थे, रामानंद यादव हत्याकांड में था वांटेड
खगड़िया जिले के 50 हजार रुपये के घोषित इनामी कुख्यात और दूसरे जिले के कुख्यात फरार नक्सली मनोज सादा को पुलिस और एसटीएफ ने संयुक्त कार्रवाई में सहरसा से गिरफ्तार कर लिया है.
सहरसा जिले की चिरैया पुलिस व एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में बुधवार की सुबह कोसी दियारा क्षेत्र, खगड़िया जिला का पचास हजार रुपए का घोषित इनामी एवं अन्य जिला का कुख्यात अपराधी एवं सलखुआ थाना के रामानंद यादव (पहलवान) हत्या कांड का फरार नक्सली मनोज सादा को गिरफ्तार कर लिया गया.
एसटीएफ के सहयोग से पुलिस ने किया गिरफ्तार
एसपी हिमांशु के निर्देशन में एसडीपीओ मुकेश कुमार ठाकुर के नेतृत्व में एसटीएफ के सहयोग से गठित टीम द्वारा बुधवार की सुबह फनगो स्टेशन के समीप सलखुआ चिरैया थाना क्षेत्र में कुख्यात मनोज सादा पिता लेलो सदा, पिपरपंती, वार्ड नंबर 3 थाना अलौली जिला खगड़िया को धर दबोचा. गिरफ्तार अपराधी के विरुद्ध खगड़िया, दरभंगा, मधेपुरा, सहरसा जिले में हत्या, लूट, रंगदारी आदि के कांडों का आपराधिक इतिहास रहा है. रामानंद यादव हत्याकांड में वांछित भी है.
नक्सली मनोज पर कई जिलों में मामला है दर्ज
मालूम हो कि मनोज सादा पर सहरसा, खगड़िया, दरभंगा के विभिन्न थानों में तेरह आपराधिक मामले दर्ज हैं. जिसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही थी. वहीं इसकी गिरफ्तारी के लिए एसडीपीओ मुकेश कुमार ठाकुर के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया था. टीम में पुलिस सर्किल इंस्पेक्टर मो शुजाउद्दीन, एसटीएफ के पदाधिकारी, चिरैया थानाध्यक्ष कर्मवीर सिंह और दारोगा कुंदन कुमार सहनी सहित अन्य पुलिस बलों को शामिल किया गया था.
गठित टीम को सूचना मिली कि हत्या, लूट, आर्म्स एक्ट के वांछित कुख्यात अपराधी मनोज सादा को फनगो रेलवे हॉल्ट पर देखा गया है. जिस पर पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर त्वरित कार्रवाई करते हुए गठित टीम ने एसटीएफ के सहयोग से फनगो रेलवे हॉल्ट की घेराबंदी करते हुए छापेमारी कर उसे नाटकीय ढंग से गिरफ्तार कर लिया.
कई दिनों से चल रहा था फरार
बताते चले कि मनोज सादा खगड़िया जिले के अलौली थाना अंतर्गत पीपड़पांती वार्ड संख्या तीन निवासी है. उसपर हत्या, लूट, रंगदारी सहित दर्जनों आपराधिक मामले कई जिले के कई थानों में दर्ज है. लेकिन वह बहुत दिनों से फरार चल रहा था. वहीं पुलिस को इसकी काफी दिनों से तलाश थी.