बिहार अब चुनावी माहौल में पूरी तरह से डूबने जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को बिहार आ रहे हैं. लोकसभा चुनाव के लिए मिशन 400 को सफल बनाने के उद्देश्य से पीएम मोदी औरंगाबाद और बेगूसराय में जनसभा को संबोधित करेंगे. पीएम मोदी बिहार की जनता को इस दौरान कई सौगात भी देंगे. प्रदेश की 21 हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी प्रधानमंत्री करेंगे. वहीं बिहार में बदले सियासी समीकरण के बीच पीएम मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करीब डेढ़ साल के बाद फिर से आज एकसाथ एकमंच पर दिखेंगे.
डेढ़ साल बाद एक मंच पर मोदी-नीतीश
पीएम नरेंद्र मोदी शनिवार को औरंगबाद और बेगूसराय आ रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा में मंच पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद रहेंगे. करीब 18 महीने के बाद दोनों नेता फिर से एक मंच पर दिखने वाले हैं. बता दें कि इससे पहले 12 जनवरी 2022 को जब बिहार विधानसभा का शताब्दी समारोह आयोजित किया गया था तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एकसाथ एक मंच पर दिखे थे.
5 दिनों के अंदर दो बार पीएम का बिहार दौरा
बिहार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अब ताबड़तोड़ दौरा है. 5 दिनों के अंदर में पीएम के दो दौरे होने जा रहे हैं. 2 मार्च को प्रधानमंत्री औरंगबााद और बेगूसराय में रैली कर रहे हैं. जबकि इसके ठीक बाद 6 मार्च को बेतिया में जनसभा को पीएम मोदी संबोधित करेंगे. वहीं पीएम मोदी की रैली से ठीक पहले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की रैली दरभंगा में हो चुकी है. गृह मंत्री अमित शाह भी बिहार का दौरा करने वाले हैं.
रविवार को विपक्ष की जनविश्वास रैली
पीएम नरेंद्र मोदी की औरंगबााद और बेगूसराय रैली के ठीक बाद महागठबंधन की बड़ी रैली होने जा रही है. पटना के गांधी मैदान में विपक्ष के दिग्गज नेताओं का जुटान जनविश्वास रैली में होगा. राजद सुप्रीमो लालू यादव के नेतृत्व में यह जनसभा होने जा रही है. इस रैली में राहुल गांधी व अखिलेश यादव समेत विपक्ष के बड़े नेताओं के आने की संभावना है. इससे पहले राहुल गांधी बिहार में दो चरणों में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत दौरा कर चुके हैं.
बिहार में सियासी माहौल अब तैयार
गौरतलब है कि बिहार में 40 सीटों पर लोकसभा चुनाव का घमासान होने जा रहा है. बिहार में पिछले लोकसभा चुनाव के बाद सियासी समीकरण कई बार बदले. जदयू ने एनडीए से अलग होकर महागठबंधन का साथ पकड़ा. सूबे में राजद और जदयू के साथ वाली सरकार बनी. वहीं फिर एकबार जदयू और भाजपा एकसाथ मैदान में है. जिसके बाद इसबार भी एनडीए पिछले चुनाव के साथियों के साथ ही मैदान में उतरने जा रही है. वहीं अब दोनों खेमों की ताबड़तोड़ रैली से अब बिहार पूरी तरह से चुनावी माहाैल में डूबने जा रहा है.