पुरी. ओडिशा के पुरी जिले के पिपिली इलाके में एवियन इन्फ्लूएंजा या बर्ड फ्लू के एच5एन1 स्ट्रेन का पता चलने के बाद ओडिशा पशु चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी हरकत में आ गया है और मुर्गियों को मारने का काम तेज कर दिया है. करीब 11,700 मुर्गियों को मारा गया है. वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि निगरानी पहले ही तेज कर दी गयी है और अन्य हिस्सों में संक्रमण को रोकने के लिए निवारक उपाय किये जा रहे हैं. पिपिली में मुर्गियों को मारने का काम लगातार तीसरे दिन भी जारी है. पिपिली में एक पोल्ट्री फार्म में मुर्गियों की सामूहिक मौत की सूचना मिलने के बाद राज्य की रैपिड रिस्पॉन्स टीमों (आरआरटी) को कार्रवाई के लिए लगाया गया. एक पशु चिकित्सा टीम ने नमूने एकत्र किये और उन्हें परीक्षण के लिए भेज दिया है. पुरी जिला के पिपिली और सत्यबादी इलाकों में पिछले तीन दिनों में 19,000 से अधिक मुर्गियों को मारा गया है. मारने से पहले मुर्गियों की गिनती की जा रही है. राज्य सरकार के नियमों के मुताबिक, फार्म मालिकों को मुआवजा दिया जायेगा.
पश्चिम बंगाल ने ओडिशा से चिकन खरीदने से इनकार किया
ओडिशा में बर्ड फ्लू का पता चलने के बाद पश्चिम बंगाल ने राज्य से चिकन खरीदने से इनकार कर दिया है. सोमवार को पश्चिम बंगाल पोल्ट्री फेडरेशन ने इस फैसले की जानकारी दी है. 24 अगस्त को मुर्गियों को मारने के लिए पुरी जिले के पिपिली ब्लॉक में 13 सदस्यीय रैपिड रिस्पांस टीम भेजी गयी थी. गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से पिपिली इलाके में हर दिन हजारों मुर्गियां मर रही थीं. इसके बाद कटक के फुलनखरा स्थित पशु रोग अनुसंधान केंद्र से दो सदस्यीय मेडिकल टीम ने मुर्गे के खून, पेशाब और कफ का नमूना लिया और मृत मुर्गे को जांच के लिए ले गयी. तमिलनाडु के वेल्लोर में मुर्गियों की जांच के बाद उक्त मुर्गियों में बर्ड फ्लू के लक्षण पाये गये हैं. बर्ड फ्लू के पॉजिटिव नमूने मिलने के बाद पोल्ट्री किसानों में डर का माहौल है. किसानों ने कहा कि जब तक उचित मुआवजा नहीं दिया जाता, तब तक एक भी मुर्गी नहीं मरने दी जायेगी. जबकि बर्ड फ्लू के बारे में उचित जानकारी नहीं दी जा रही है. 13 सदस्यीय मेडिकल टीम ने पहुंचकर सबसे पहले मुर्गियों की जांच की. पशुधन विभाग ने बताया कि फार्म में मुर्गियों की गिनती की जायेगी और सरकार की गाइडलाइन के अनुसार मुआवजा दिया जायेगा.स्वास्थ्य सेवा निदेशक ने कहा-चिकन खाने से बचें
ओडिशा के स्वास्थ्य निदेशक विजय कुमार महापात्र ने सोमवार को कहा कि अभी कुछ दिनों तक चिकन खाने से बचें. आज पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वास्थ्य सेवा निदेशक ने ओडिशा में बर्ड फ्लू का पता चलने के बारे में बात की. बर्ड फ्लू से संबंधित ओडिशा के विभिन्न जिलों को एक एडवाइजरी जारी की गयी है. उन्होंने कहा है कि अगर किसी व्यक्ति में बर्ड फ्लू की पुष्टि होती है, तो उसे बुखार होगा, जो बीमारी के शुरुआती लक्षणों में से एक है. सर्वेक्षण के लिए जिलेवार टीम बनायी जायेगी. उन्होंने कहा कि पिपिली में एक त्वरित प्रतिक्रिया दल गया है. जिन क्षेत्रों में फ्लू का पता चला है, वहां एक नियंत्रण क्षेत्र घोषित किया गया है. निदेशक ने आगे चेतावनी दी कि अगर किसी मुर्गे में बर्ड फ्लू पाया जाता है, तो उसे तुरंत मारकर दफना दिया जाना चाहिए. बीमारी पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाई दैनिक आधार पर जानकारी एकत्र कर रही है. पुरी के आस-पास के सभी इलाकों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. उन्होंने आगे कहा कि लोगों को बर्ड फ्लू से संक्रमित मुर्गियों के संपर्क में आने से बचना चाहिए.
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