Rourkela News: राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी), राउरकेला के कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग विभाग की ओर से संस्थान में आयोजित तीन दिवस्यी 12वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन इंटेलिजेंट सिस्टम्स एंड एम्बेडेड डिजाइन (आइएसइडी-2024) का समापन हाइब्रिड मोड (ऑनलाइन और ऑफलाइन) में हुआ. यह सम्मेलन शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों, उद्योग पेशेवरों और छात्रों के लिए एक प्रमुख मंच साबित हुआ, जिसमें उच्च-प्रदर्शन और कम-ऊर्जा सर्किट, एम्बेडेड एआइ, एल्गोरिदम, रोबोटिक्स और उन्नत प्रौद्योगिकियों पर विचारों का आदान-प्रदान और नवीनतम प्रगतियों का प्रदर्शन किया गया. सम्मेलन की अध्यक्षता प्रो सुचित्रिता चिनारा ने की, जबकि प्रो श्यामपद मुखर्जी और प्रो सुमंता पाइन आयोजन सचिव रहे.
इंटेलिजेंट सिस्टम्स से हमारे जीवन में आ रही क्रांति : सुदीप पाल
मुख्य अतिथि सुदीप पाल चौधरी (कार्यकारी निदेशक, राउरकेला स्टील प्लांट) ने सम्मेलन का उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि इंटेलिजेंट सिस्टम्स आधुनिक आविष्कारों के केंद्र में हैं, जो हमारे जीवन, कार्य और बातचीत करने के तरीकों में क्रांति ला रहे हैं. एम्बेडेड सिस्टम इन प्रगतियों की रीढ़ हैं, जो कुशल और अनुकूलनीय हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर समाधान प्रदान करते हैं. जैसे-जैसे तकनीक विकसित हो रही है, यह आवश्यक है कि हम ऐसे सिस्टम विकसित करें, जो न केवल उन्नत हों, बल्कि टिकाऊ, सुलभ और सतत भविष्य के लिए तैयार हों. विशिष्ट अतिथि अमरेंद्र कुमार मिश्रा (ग्रुप जनरल मैनेजर, नाल्को, अनुगूल) ने एआइ और आइओटी के माध्यम से सतत ऊर्जा में योगदान को रेखांकित करते हुए कहा कि डेनमार्क में वेव (लहर) पावर प्लांट्स एआइ विश्लेषण का उपयोग कर टरबाइन दक्षता को अनुकूलित और मौसम की भविष्यवाणी प्रभावी ढंग से कर रहे हैं. भारत में, स्टार्ट-अप एम्बेडेड डिजाइन को नवीकरणीय ऊर्जा समाधानों के साथ एकीकृत कर ग्रामीण विद्युतीकरण की चुनौतियों का समाधान निकाल रहे हैं.
एमबेडेड डिजाइन में चुनौतियों को हल करने की क्षमता
एनआइटी राउरकेला के प्रभारी निदेशक प्रो प्रदीप सरकार ने सम्मेलन की 12वीं श्रृंखला के आयोजन के लिए विभाग को बधाई दी और कहा कि इंटेलिजेंट सिस्टम्स और एम्बेडेड डिजाइन का क्षेत्र सामाजिक चुनौतियों को हल करने और विज्ञान की विभिन्न शाखाओं को एकीकृत करने की अपार क्षमता रखता है. एनआइएसटी विश्वविद्यालय के कुलपति और आइएसइडी-2024 संचालन समिति के अध्यक्ष डॉ प्रियदर्शन पात्र ने साल 2010 में सम्मेलन की शुरुआत पर बात की और इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम डिजाइन में इस सम्मेलन के योगदान पर प्रकाश डाला.
ऊर्जा अनुकूलन और पर्यावरण के प्रति संवेदनशील डिजाइन शोध प्रस्तुत
विभागाध्यक्ष प्रो बीडी साहू ने उभरती प्रौद्योगिकियों में प्रशिक्षण के अवसर प्रदान करने के विभाग के प्रयासों को रेखांकित किया. आइएसइडी-2024 के प्रो दुर्गा प्रसाद महापात्र ने बताया कि सम्मेलन में प्रस्तुत करने के लिए 200 में से 70 से अधिक शोध पत्र चुने गये. इन शोध पत्रों ने ऊर्जा अनुकूलन, वास्तविक समय निगरानी, पर्यावरण के प्रति संवेदनशील डिजाइन और स्मार्ट एम्बेडेड सिस्टम जैसी वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा की. आइएसइडी-2024 ने यह दिखाया कि कैसे अकादमिक और औद्योगिक क्षेत्रों को जोड़ने वाले मंच, सतत भविष्य के लिए इंटेलिजेंट सिस्टम्स और एम्बेडेड डिजाइन में नवाचार को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
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