बसंती कॉलोनी : प्रशासन की जनसुनवाई में पहुंचीं 15 शिकायतें, त्वरित कार्रवाई हुई

बसंती कॉलोनी में शुक्रवार को प्रशासन की जनसुनवाई आयोजित की गयी. इसमें पेयजल, सड़क, स्ट्रीट लाइट, जलजमाव व ठेकेदारों का बकाया से संबंधित शिकायतें पहुंचीं.

By Prabhat Khabar News Desk | August 2, 2024 11:45 PM

राउरकेला. बसंती कॉलोनी में शुक्रवार को प्रशासन की जनसुनवाई आयोजित की गयी. जिसमें स्थानीय समस्याएं लेकर लोग पहुंचे. करीब 15 शिकायतें अधिकारियों के संज्ञान में आयीं, जिसमें पेयजल, स्ट्रीट लाइट, जलजमाव, साफ-सफाई तथा ठेकेदारों द्वारा किये गये काम के एवज में अब तक भुगतान नहीं मिलने की शिकायतें शामिल थीं. एडीएम सह राउरकेला महानगर निगम (आरएमसी) के आयुक्त आशुतोष कुलकर्णी ने सभी शिकायतों को सुनने के बाद तत्काल कार्रवाई के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये.

नालियों पर कब्जे के खिलाफ सख्ती

जनसुनवाई के दौरान एक शिकायतकर्ता ने बताया कि नालियों पर कब्जा किया जा रहा है. इस शिकायत के पहुंचते ही एडीएम ने सख्त लहजे में कहा कि किसी भी कीमत पर ऐसा नहीं किया जा सकता. अगर ऐसा है तो तत्काल जेसीबी लगाकर उसे हटा दिया जायेगा.

आंबेडकर नगर में स्ट्रीट लाइट व जलजमाव की समस्या

आंबेडकर नगर के लोगों ने शिकायत की थी कि उनके इलाके में स्ट्रीट लाइट नहीं जलती. अंधेरा होने के कारण उन्हें काफी परेशानी होती है और भय का माहौल बना रहता है. इसके अलावा जलजमाव से भी इलाके के लोग परेशान हैं. इस शिकायत पर एडीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे बिजली विभाग से इस बारे में बात करें और जलजमाव की समस्या का तत्काल समाधान करें.

पैसे देने के बावजूद नहीं मिल रही साफ-सफाई

आरएमसी की ओर से शहर में घर-घर कचरा उठाने की व्यवस्था की गयी है. जिसके एवज में घर मालिकों को शुल्क देना होता है. ऐसे कई लोग हैं, जो पैसे नहीं दे रहे हैं और उनका कचरा निगम घर से नहीं उठाती. ऐसे में वे लोग उन मकानों के सामने कचरा फेंक देते हैं, जो शुल्क चुका रहे हैं. मना करने पर झगड़ा करने लगते हैं. ऐसी ही एक शिकायत बीएल-9 मकान के मालिक ने की. जिसे सुनकर एडीएम ने तत्काल साफ-सफाई करनेवालों को इस बारे में बताया तथा समस्या के समाधान का निर्देश दिया. वहीं बसंती कॉलोनी के एफएल-22 से लेकर एफएल-36 के बीच हमेशा जलजमाव की स्थिति बनी रहती है. वाटको की लापरवाही के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है. लिहाजा इस समस्या के संज्ञान में आते ही एडीएम ने वाटको के जूनियर इंजीनियर को इस समस्या के समाधान का निर्देश दिया.

काम पूरा करने के बावजूद 32 लाख रुपये का भुगतान नहीं

जनसुनवाई में कुछ ठेकेदार भी अपनी शिकायत लेकर पहुंचे. उन्होंने बताया कि विकास कार्यों का ठेका लेकर समय पर काम पूरा कर दिया है. लेकिन उनके 32 लाख रुपये अभी भी बकाया हैं. जिसकी वजह से काफी परेशानी हो रही है. एडीएम ने इस समस्या के समाधान के लिए डीएमएफ और आइटीडीए के पदाधिकारियों से बात की.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version