Rourkela News: लंबी दूरी की नाइट कोच बसों में एक ही ड्राइवर रखे जा रहे, बनी रहती है दुर्घटना की आशंका
आंंचलिक परिवहन विभाग (आरटीओ) की ओर से जांच प्रक्रिया में सख्ती नहीं बरतने से कुछ निजी बस मालिक इसका फायदा उठा रहे हैं. बस मालिक नाइट सुपर बसों में दो के स्थान पर एक ड्राइवर को काम पर रख रहे हैं.
Rourkela News: आंंचलिक परिवहन विभाग (आरटीओ) की ओर से जांच प्रक्रिया में सख्ती नहीं बरतने से कुछ निजी बस मालिक इसका फायदा उठा रहे हैं. बस मालिक नाइट सुपर बसों में दो के स्थान पर एक ड्राइवर को काम पर रख रहे हैं. जिसमें एक ड्राइवर रातभर जागकर राउरकेला से 400 से 500 किमी की यात्रा करता है. वह अकेले गाड़ी चलाते दिखाई देता है. यह स्थिति अधितर नाइट कोच सुपर बसों में देखी जा रही है, जो राउरकेला से ब्रह्मपुर के कुछ इलाकों, राउरकेला से भुवनेश्वर, राउरकेला से बारीपदा और अन्य प्रमुख शहरों के लिए प्रतिदिन चलती हैं. कई बार यात्रियों ने केवल एक ड्राइवर को बस चलाते देख विरोध भी जताया, लेकिन बस मालिक इस ओर ध्यान नहीं देते. इस वजह से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. विदित हो कि प्रतिदिन 2000 से अधिक यात्री राउरकेला से राज्य के विभिन्न हिस्सों के लिए यात्रा करते हैं. यह नाइट काेच सुपरफास्ट बसें राउरकेला से कटक, भुवनेश्वर, बालासोर, बारीपदा, ब्रह्मपुर, कोरापुट, रायगढ़, पारादीप, जगतसिंहपुर, जाजपुर, राजकनिका, भद्रक, चांदबाली, पुरी, काकटपुर, फूलबानी आदि स्थानों के लिए चलती हैं. प्रतिदिन चलने वाली बसों में से 40 फीसदी बसें अकेले कटक और भुवनेश्वर जाती हैं, चूंकि सभी बसें रात में चलती हैं, इसलिए यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रत्येक बस में दो ड्राइवर होने चाहिए. यात्रियों की शिकायत है कि परिवहन विभाग के अधिकारी इन सभी नाइट सुपर बसों की जांच नहीं कर रहे हैं, क्योंकि इनका संचालन एक ही चालक करता है. यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए परिवहन विभाग को नियमित अंतराल पर लंबी दूरी तक चलने वाली बसों का निरीक्षण करना चाहिए. राउरकेला से राज्य के प्रमुख और छोटे शहरों के लिए प्रतिदिन 45 से 50 रात्रि सुपर बसें चलती हैं.
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