कुतरा. आम जनता बुनियादी सुविधाओं से वंचित न रहे, इसलिए राज्य से लेकर केंद्र सरकार तक विभिन्न योजनाएं बना रही हैं. लेकिन अब भी सरकार की योजनाएं सीमांचल गांवों तक नहीं पहुंच पा रही हैं. इसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है. कुछ ऐसी ही स्थिति इस भीषण गर्मी के दौर में कुतरा प्रखंड अंतर्गत झारखंड ओडिशा सीमा पर नुआगांव पंचायत के रंगामाटी गांव के खापटखोल में देखने को मिली है. यहां के लोगों को पीने के पानी के लिए नियमित परेशानी झेलनी पड़ रही है. जानकारी के अनुसार, यहां लगभग 25 परिवार रहते हैं लेकिन इस गांव में केवल एक चापाकल है, जो लगभग दो वर्षों से खराब है. ग्रामीण बार-बार इसकी शिकायत करते हैं, लेकिन कुछ नहीं होता. उन्होंने पीने के पानी के लिए एक छोटा कुआं खोदा है. लेकिन इस कुआं से मटमैला पानी निकलता है. जिसे पीने को वे विवश हैं.
मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं लोग
स्वच्छ जल उपलब्ध कराने के लिए सरकार मेगा जलापूर्ति परियोजना से लेकर विभिन्न योजनाओं के माध्यम से पानी की आपूर्ति कर रही है. लेकिन यहां पर भीषण गर्मी के दौरान पानी की समस्या उत्पन्न हो गयी है. यही स्थिति रही, तो एक बाल्टी पानी मिलना भी मिलना मुश्किल हो जायेगा. चुनाव का समय आने पर नेता आ रहे हैं और वादे कर रहे हैं, सरकारी अधिकारी आते-जाते रहे हैं, लेकिन ग्रामीणों की पीड़ा को समझने वाला कोई नहीं है. इस गांव में मोबाइल टावर नहीं है, इसलिए लोग अपने मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं कर पाते.
समस्या जल्द दूर करने के लिए उठायेंगे कदम
यहां की पानी की समस्या के बारे में स्थानीय बीडीओ से पूछताछ करने पर उन्होंने समस्या की जानकारी नहीं होने की बात कही. साथ ही कहा कि वे विभागीय इंजीनियर को वहां भेजेंगे और जल्द से जल्द पानी की समस्या को दूर करने के लिए कदम उठायेंगे.
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