Rourkela News: बंडामुंडा सेक्टर-बी स्थित राम मंदिर परिसर में बालाजी पूजा कमेटी की ओर से पांच दिवसीय बालाजी पूजा सह 50वें कल्याणम महोत्सव का आयोजन किया गया. शनिवार को पंचहनिका ब्रह्मोत्सव भगवान बालाजी का विवाह पूजन अनुष्ठान (कल्याणम) हुआ. इसमें विवाहित जोड़े कल्याणम पूजा में शामिल हुए. पूजन समारोह में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर परिसर पहुंचे थे. खासकर दक्षिण भारतीय समाज के लोगों की संख्या इनमें ज्यादा थी. इससे पहले चक्र में स्नानम, ध्वजा अवरोहणम, पूर्णाहुति कार्यक्रम संपन्न हुआ. इसके बाद विवाह पूजन अनुष्ठान की शुरुआत हुई.
पद्मावती और अन्डालू के साथ हुआ बालाजी का विवाह
समारोह में भगवान बालाजी का विवाह पद्मावती और अन्डालू के साथ दक्षिण भारतीय रीति-रिवाज से कराया गया. विवाह से पहले बालाजी, पदमावती (लक्ष्मी) एवं अंडालु (भूदेवी) की मूर्तियों को सोना-चांदी के आभूषण व रेशमी वस्त्र से सुसज्जित कर श्रृंगार किया गया. आंध्र प्रदेश के सीमाचलम से आये पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच बालाजी का विवाह संपन्न करवाया. इसमें आंध्र प्रदेश से आये कलाकारों ने नादेश्वरम (शहनाई) बजायी. वहीं बालाजी की प्रतिमा के समक्ष बैठे सैकड़ों जोड़ों का भी सामूहिक विवाह हुआ. इस दौरान पूरा मंदिर प्रांगण दक्षिण भारतीय बाजे-गाजे की धुन से गूंजायमान रहा. मौके पर बालाजी पूजा कमेटी के सभी सदस्य मौजूद थे.गायत्री परिवार के 24 कुंडीय महायज्ञ में हवन के लिए उमड़ रहे श्रद्धालु
राष्ट्र जागरण व महिला सशक्तीकरण के उद्देश्य से गायत्री शक्ति पीठ, सेक्टर-2 में गुरुवार से 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का शुभारंभ किया गया है. इसअनुष्ठान में भाग लेने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. महायज्ञ में हवन के लिए श्रद्धालुओं की कतार लग रही है. 23 जनवरी से शुरू होकर 26 तारीख तक चलने वाले महायज्ञ में शनिवार को विविध धार्मिक अनुष्ठान हुए. विश्व गायत्री परिवार ने वर्ष 2024-25 को महिला सशक्तीकरण एवं राष्ट्रीय जागरूकता के अभियान के रूप में घोषित किया है. गायत्री परिवार का कहना है कि युगऋषि श्रीराम शर्मा आचार्य ने 21वीं सदी को महिलाओं की सदी घोषित किया है. यह महिलाओं की उपस्थिति ही है जो दुनिया में खुशी और आनंद पैदा करती है. उस दिव्य अनुभूति को जागृत करने के लिए शांति कुंज हरिद्वार से आये विशेष ऋषि पुत्रों द्वारा गायत्री शक्ति पीठ प्रांगण में 24 कुंडीय महायज्ञ शुरु किया गया. इस महायज्ञ के कार्यक्रम के अनुसार शनिवार की शाम को प्रज्ञा योग -ध्यान साधना, गायत्री महायज्ञ एवं संस्कार, युग संगीत और प्रवचन के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गये. 26 तारीख को प्रज्ञा योग-ध्यान साधना, गायत्री महायज्ञ पूर्णाहुति तथा 2,400 वैदिक गायत्री महादीप यज्ञ एवं महापूर्णाहूति होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है